Breaking
मध्य प्रदेश में छह सीटों पर उत्साह के बीच तीन बजे तक 53.40 प्रतिशत मतदान नीलगंगा चौराहे पर दो भाइयों ने मिलकर युवक की चाकू मारकर हत्या की मप्र हाई कोर्ट ने तथ्य छिपाकर याचिका दायर करने पर लगाया 10 हजार जुर्माना, दी सख्त हिदायत श्रम न्यायालय के आदेशानुसार शेष राशि का भुगतान ब्याज सहित करें, हाई कोर्ट ने दी 45 दिन की मोहलत पांच महीने में 21 लाख रुपये बढ़ी शिवराज स‍िंंह चौहान की संपत्ति इंदौर से चार रूट पर चलाई चार समर स्पेशल ट्रेन, फिर भी लंबी वेटिंग पद्मश्री जोधइया बाई बैगा नहीं डाल सकीं वोट, उमरिया में उनके घर पर भी नहीं पहुंचा मतदान दल राहुल गांधी 21 अप्रैल को सतना में करेंगे प्रचार, आसपास की दूसरी सीटों को भी साधने को कोशिश मादा चीता वीरा को मुरैना से रेस्क्यू कर वापस लाया गया कूनो नेशनल पार्क पहले चरण के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस कंट्रोल रूम से हर बूथ पर रखी नजर

 अमेरिकी हथियारों से पाकिस्तानी पुलिस पर अटैक कर रहे टीटीपी आंतकी और बलूच अलगाववादी समूह 

काबुल । रक्षा विशेषज्ञों और सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे में आने के बाद से, कुछ अमेरिकी सैन्य गियर और हथियार पड़ोसी पाकिस्तान में आ गए हैं, जहां सशस्त्र समूहों द्वारा उनका उपयोग किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चश्मदीदों का कहना है कि अमेरिकी हथियारों की आमद ने तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) आतंकवादी समूह और जातीय बलूच अलगाववादी समूहों की सैन्य क्षमताओं को बढ़ा दिया है, जो पाकिस्तान में सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रहे हैं।
एक वरिष्ठ विश्लेषक असफंदयार मीर ने कहा, इन हथियारों से इसतरह के समूहों को काफी बल मिला है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी हथियारों के लिए मजबूत और कई तरह से बढ़ता काला बाजार पाकिस्तान में फल-फूल रहा है। रिपोर्ट में बताया कि विशेषज्ञों का कहना है कि सशस्त्र समूहों ने उन्नत अमेरिकी हथियार और एम16 मशीन गन और एम4 असॉल्ट राइफलें, नाइट-विजन गॉगल्स और सैन्य संचार उपकरण जैसे उपकरण प्राप्त किए हैं। टीटीपी पर करीब से नजर रखने वाले स्वीडन के एक शोधकर्ता अब्दुल सईद ने कहा कि परिष्कृत लड़ाकू हथियारों तक समूह की पहुंच का पाकिस्तान में विशेष रूप से पुलिस बल पर भयावह प्रभाव पड़ा है, जिसके पास कम हथियार हैं।
खैबर पख्तूनख्वा में एक पुलिस अधिकारी, जिसने हाल ही में टीटीपी हमलों का खामियाजा भुगता है, उन्होंने कहा कि वे उग्रवादियों के सामने बौना महसूस कर रहे हैं। अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि तथ्य यह है कि वे हमें अंधेरे में देख सकते हैं, जबकि हम नहीं देख सकते। इससे आतंकवादियों को भारी फायदा मिलता है। जब अमेरिका ने 2021 में अफगानिस्तान से अपनी सेनाएं हटाईं, तब अमेरिका ने लगभग 7 अरब डॉलर मूल्य के सैन्य उपकरण और हथियार छोड़े, जिसमें हथियार, संचार उपकरण और यहां तक कि बख्तरबंद वाहन भी शामिल थे।
रिपोर्ट में बताया कि अमेरिकी वापसी और पश्चिम समर्थित अफगान सरकार के पतन के बाद तालिबान ने हथियारों को जब्त कर लिया जिससे कट्टर इस्लामी समूह को एक बड़ा फायदा मिला। खैबर पख्तूनख्वा के पूर्व पुलिस प्रमुख मोअज्जम जाह अंसारी ने नवंबर में कहा था कि आतंकवादियों ने अमेरिकियों द्वारा छोड़े गए परिष्कृत हथियारों को उठाया और (प्रांत की) पुलिस के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के बाद से पाकिस्तान में टीटीपी के हमले बढ़ गए हैं। दोनों उग्रवादी समूह वैचारिक और संगठनात्मक रूप से सहयोगी हैं।
इस्लामाबाद के एक थिंक टैंक, पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ पीस स्टडीज (पीआईपीएस) के अनुसार, 2021 की तुलना में पिछले साल देश में आतंकवादी हमलों की संख्या में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पिछले साल 262 आतंकवादी हमलों में कम से कम 419 लोग मारे गए थे, जबकि 734 घायल हुए थे। टीटीपी ने पिछले दो वर्षो में अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर सुरक्षा चौकियों पर स्नाइपर हमलों के कई वीडियो जारी किए हैं।
पाकिस्तानी बंदूक मालिकों का कहना है कि तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से काला बाजार अमेरिकी हथियारों से भर गया है। खैबर पख्तूनख्वा के एक बंदूक मालिक ने कहा, यह 1980 के दशक की तरह है, लेकिन इस बार, कई पश्चिमी हथियार अब उपलब्ध हैं। काले बाजार में उपलब्ध नए अमेरिकी हथियार उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले और बहुत घातक हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका में बनी एम4 असॉल्ट राइफल अच्छी स्थिति में करीब 1,400 डॉलर में खरीदी जा सकती है।

मध्य प्रदेश में छह सीटों पर उत्साह के बीच तीन बजे तक 53.40 प्रतिशत मतदान     |     नीलगंगा चौराहे पर दो भाइयों ने मिलकर युवक की चाकू मारकर हत्या की     |     मप्र हाई कोर्ट ने तथ्य छिपाकर याचिका दायर करने पर लगाया 10 हजार जुर्माना, दी सख्त हिदायत     |     श्रम न्यायालय के आदेशानुसार शेष राशि का भुगतान ब्याज सहित करें, हाई कोर्ट ने दी 45 दिन की मोहलत     |     पांच महीने में 21 लाख रुपये बढ़ी शिवराज स‍िंंह चौहान की संपत्ति     |     इंदौर से चार रूट पर चलाई चार समर स्पेशल ट्रेन, फिर भी लंबी वेटिंग     |     पद्मश्री जोधइया बाई बैगा नहीं डाल सकीं वोट, उमरिया में उनके घर पर भी नहीं पहुंचा मतदान दल     |     राहुल गांधी 21 अप्रैल को सतना में करेंगे प्रचार, आसपास की दूसरी सीटों को भी साधने को कोशिश     |     मादा चीता वीरा को मुरैना से रेस्क्यू कर वापस लाया गया कूनो नेशनल पार्क     |     पहले चरण के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस कंट्रोल रूम से हर बूथ पर रखी नजर     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें