इंदौर। इंदौर में बोरिंगों की अवैध खुदाई नगर निगम आयुक्त के कहने के बावजूद जारी है। आसपड़ोसी की शिकायत पर बोरिंग वालों का तर्क सूचना देनी है बस और दी जा रही है झोन से अनुमति जबकि निगमायुक्त ने शासन स्तर से मोड्यूल बनने की बात कही थी। इसके बावजूद इंदौर के 103 में दिनदहाड़े अवैध बोरिंग हो रहा था।
शहर का जल स्तर बढ़ने के साथ साशन ने बोरिंग अनुमतियों पर छूट दी थी। जुलाई 2021 से शासन ने खेती और घरेलू उपयोग के लिए बोरिंग से प्रतिबंध हटाया था। साथ में कुछ शर्तें भी रखीं थी। जिनमें नगर निगम को एक-एक बोरिंग का हिसाब रखना था। हर बोरिंग मशीन का पंजीयन कर अनुमति देना और यह पूरा रिकॉर्ड सेंट्रल ग्राउंड वॉटर अथॉरिटी की साइट पर अपलोड करना शामिल था। लेकिन हजारों अवैध बोरिंग खोद दिए गए है। जबकि निगम में पिछले आठ महीनों में 2600 बोरिंग ही दर्ज हुए है। ऐसे में मुद्दा उठने के बाद शहर की जनता भी जागरूक हो चुकी है। गर्मी के दिनों में अवैध बोरिंग खोदकर भूमि जल का स्तर गिराने वाले बोरिंग माफियाओं को अब जनता खुद आड़े हाथ ले रही है। दो दिन पहले झोन 13 के स्किम 103 में दोपहर 2 बजे बोरिंग हो रहा था। बोरिंग की तेज आवाज सुन रहवासी घरों से बाहर निकल आए थे। अनुमति की बात कर हंगामा हो गया था। हंगामे की सूचना के बाद राजेन्द्र नगर पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी थी। नगर निगम के टीयूब्वेल निरीक्षक आनंद दवे को भी शिकायत कर दी गई थी। निगम और पुलिस मौके पर हो रहे अवैध बोरिंग पर पहुंच चुके थे। चलते बोरिंग की गाड़ी को बंद करा दिया गया था। हालाकिं निगमायुक्त के कहने के मुताबिक गाड़ी जप्ती की कार्यवाही नही की गई थी। ना ही चालान बनाए जाने की सूचना थी।