एक निजी यूट्यूब चैनल की तरफ से तेलंगाना में सफाई के तौर पर कार्यरत एक पीएचडी सफाई कर्मचारी की खबर को प्रमुखता से दिखाया था। इसके बाद तेलंगाना सरकार हरकत में आई और उन्होंने पी. रजनी को अनुबंध के आधार पर सहायक एंटोंमोलॉजिस्ट( किटविज्ञानी) नियुक्त किया है। और प्रदेश के चीफ एंटीमोलॉजिस्ट कार्यालय में रजनी काम करेंगे।इस बारे में सरकार ने रजनी को पीएफ, ईएसआई जैसी सुविधाएं भी तुरंत प्रभाव से जारी करने के निर्देश जारी किए हैं।स्कूली शिक्षा के दौरान रजनी देवी बहुत ही इंटेलिजेंट थी। 12वीं की परीक्षा में केमिस्ट्री विषय में उन्हें 60 में से 60 अंक मिले थे। उन्होंने ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में एमएससी की है जिसमें पेरासिटामोल जैसी दवाई बनाई जाती।

रजनी का कहना है कि वह अपने बच्चों परिवार की जिंदगी के लिए पिछले 4 महीनों से सफाई का काम कर रही थी और अपने परिवार के लिए इस काम को करने में उन्हें कोई शर्म महसूस नहीं होती। हालांकि काम के शुरुआत में उन्हें कुछ दिक्कतें हुई थी। लेकिन अब सब कुछ सामान्य हो गया है।रजनी का कहना है कि उनके सास एक बार बीमार हो गई थी। जो बाद में कोमा में चली गई थी। इस कारण उनकी जिंदगी अस्त-व्यस्त होकर रह गई।यही नहीं 30 साल की उम्र तक उनके पति को 3 स्टंट डले थे। वही बच्चों बच्चे पैदा होने के चलते भी उनकी पढ़ाई पर असर पड़ा।रजनी ने हैदराबाद के सेंट्रल यूनिवर्सिटी से ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई की थी।कोरोना काल के दौरान भी रजनी को मकान मालिक की तरफ से परेशानियों का सामना करना पड़ता था। जब वह अस्पताल से घर आती तो मकान मालिक उन्हें सैनिटाइजेशन करने को कहता था और कई बार तंग भी करता