Breaking
यूं ही एक हफ्ते से खामोश नहीं था इजराइल, ईरान पर किया ‘रीढ़’ तोड़ने वाला अटैक अब छिड़ेगी नई जंग! इजराइल ने जो कहा वो किया…अब क्या करेगा ईरान? पहले चरण की वो सीटें, जो तय करेंगी 2024 की तस्वीर बंगाल में इंडिया गठबंधन में घमासान, लेफ्ट के मेनिफेस्टो में BJP-TMC पर हमला, जानें क्या है खास बीजेपी ने बंगाल में रामनवमी पर भड़काई हिंसा: ममता बनर्जी नीतीश कुमार क्यों मुस्लिमों से लगातार हो रहे मुखातिब, आखिर जेडीयू को क्या डर सता रहा? आदित्य श्रीवास्तव समेत UPSC में 7 छात्रों के चयन पर सिटी मॉन्टेसरी स्कूल ने मनाया जश्न, अभिभावकों को... अपनी अगली फिल्म में टीचर बनेंगे शाहरुख खान? सुहाना के रोल समेत 4 बड़े बदलाव हो गए! दुश्मन को चकमा देने में माहिर है निर्भय मिसाइल, अब बनेगी भारत की ताकत ‘मुझे हैरानी होती है जब पीएम ऐसा कहते हैं’, केरल में बोले राहुल गांधी

गोवा चुनाव में दम भरने वाली आप, तृणमूल और शिवसेना का पिछली बार क्या था हाल? इन आंकड़ों पर डाल लें नजर

गोवा में बहुकोणीय लड़ाई होने जा रही है, जहां बंटा हुआ विपक्ष भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए प्रयासरत है। इस तटीय राज्य में भाजपा विगत दस वर्षों से सत्ता में है। कांग्रेस कहती रही है कि वह भाजपा तथा चुनाव लड़ रहे अन्य दलों — तृणमूल, आप, राकांपा-शिवसेना के लिए सबसे बड़ी चुनौती है, जबकि गठबंधन का प्रयास विफल होने से उसकी संभावनाएं कमजोर हो सकती हैं। पिछले चुनाव परिणामों पर गौर करने से पता चलता है कि 40 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को सबसे अधिक 32.48 फीसदी वोट मिले जबकि उसे 13 सीटें ही मिल सकीं। वहीं कांग्रेस ने 28.35 फीसदी वोट पाकर 17 सीटें हासिल की थीं। मत प्रतिशत की बात करें तो महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) को 11.27 फीसदी वोट मिला था और उसे तीन सीटें मिली थीं जबकि 58 निर्दलीय उम्मीदवारों को कुल मिलाकर 11.12 फीसदी वोट हासिल हुआ था और उन्होंने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी।

2017 के चुनावों में आम आदमी पार्टी को महज 6.27 फीसदी मत हासिल हुआ था और उसका खाता भी नहीं खुला, वहीं शरद पवार की पार्टी राकांपा ने 2.28 फीसदी वोट हासिल कर एक सीट पर चुनाव जीता था। शिवसेना, राकांपा के साथ मिलकर गोवा चुनाव लड़ने की योजना बना रही है और उसे 2017 के चुनावों में महज 0.09 फीसदी वोट हासिल हुआ था। शिवसेना के नेता संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा था, ‘‘गोवा की राजनीति को मुख्यत: भू माफिया नियंत्रित करते हैं, शिवसेना राज्य की राजनीति में आम आदमी को केंद्र में लाना चाहती है।” उन्होंने कहा था कि शिवसेना और राकांपा गोवा में कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र जैसा गठबंधन बनाना चाह रहे थे लेकिन प्रयास सफल नहीं हुए।

कांग्रेस ने 2022 के चुनावों के लिए गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ समझौता किया है, जबकि भाजपा ने किसी के भी साथ गठबंधन नहीं किया है और वह सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है। तृणमूल कांग्रेस ने एमजीपी के साथ गठबंधन किया है और भाजपा के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी होने का दावा कर कांग्रेस और राकांपा नेताओं को अपनी तरफ मिलाया है। गोवा में 2017 के चुनावों में तृणमूल नहीं थी लेकिन 2012 के चुनावों में उसने 12 उम्मीदवार खड़े किए थे और कुल वैध मतों में से 1.81 फीसदी मत हासिल किए थे। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और गोवा चुनावों के लिए भाजपा के प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस, भाजपा के लिए सिरदर्दी नहीं है। वह कांग्रेस और गोवा के लिए सिरदर्दी है।” 2012 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को 34.68 फीसदी, कांग्रेस को 30.78 फीसदी, एमजीपी को 6.72 फीसदी, राकांपा को 4.08 फीसदी, निर्दलीयों को 16.67 फीसदी और शिवसेना को 0.02 फीसदी वोट मिले थे।

यूं ही एक हफ्ते से खामोश नहीं था इजराइल, ईरान पर किया ‘रीढ़’ तोड़ने वाला अटैक     |     अब छिड़ेगी नई जंग! इजराइल ने जो कहा वो किया…अब क्या करेगा ईरान?     |     पहले चरण की वो सीटें, जो तय करेंगी 2024 की तस्वीर     |     बंगाल में इंडिया गठबंधन में घमासान, लेफ्ट के मेनिफेस्टो में BJP-TMC पर हमला, जानें क्या है खास     |     बीजेपी ने बंगाल में रामनवमी पर भड़काई हिंसा: ममता बनर्जी     |     नीतीश कुमार क्यों मुस्लिमों से लगातार हो रहे मुखातिब, आखिर जेडीयू को क्या डर सता रहा?     |     आदित्य श्रीवास्तव समेत UPSC में 7 छात्रों के चयन पर सिटी मॉन्टेसरी स्कूल ने मनाया जश्न, अभिभावकों को भी किया सम्मानित     |     अपनी अगली फिल्म में टीचर बनेंगे शाहरुख खान? सुहाना के रोल समेत 4 बड़े बदलाव हो गए!     |     दुश्मन को चकमा देने में माहिर है निर्भय मिसाइल, अब बनेगी भारत की ताकत     |     ‘मुझे हैरानी होती है जब पीएम ऐसा कहते हैं’, केरल में बोले राहुल गांधी     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें