गैस चैंबर बनी दिल्ली: मामूली सुधार के बाद फिर खतरनाक स्तर पर पहुंचा AQI, रेड जोन में 34 इलाके

दिसंबर की शुरुआत हो गई है. ऐसे में दिल्ली में ठंड तो बढ़ ही रही है. इसके साथ ही प्रदूषण की भी मार लोगों को झेलनी पड़ रही है. 1 दिसंबर, सोमवार को जहां AQI में मामूली कमी आई थी. वहीं आज, मंगलवार को फिर से AQI में इजाफा हो गया, जो 400 पर पहुंच गया. कई इलाकों में AQI 300 के पार पहुंच गया है. सबसे ज्यादा AQI चांदनी चौक में 400 दर्ज किया गया.
दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर दर्ज की गई, जहां AQI 350 के पार है. इनमें विवेक विहार में 399 और बवाना में 392 दर्ज हुआ. आनंद विहार का 386, नेहरू नगर का 380, नरेला का 368, वजीरपुर का 365, बुराड़ी क्रॉसिंग का 364 और ओखला का 361 है. यहां प्रदूषण का स्तर गंभीर बना हुआ है. इसके अलावा RK पुरम 360, पटपड़गंज 359, पंजाबी बाग 356, रोहिणी 355, अशोक विहार 354 और जहांगीरपुरी 351 दर्ज किया गया.
300-350 के बीच इन इलाकों का AQI
| एरिया | AQI लेवल |
| अलीपुर | 347 |
| सीरिफोर्ट | 340 |
| जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम | 318 |
| मेजर ध्यानचंद स्टेडियम | 314 |
| ITO | 310 |
| दिलशाद गार्डन | 316 |
| द्वारका सेक्टर-8 | 325 |
| नजफगढ़ | 325 |
| शादीपुर | 328 |
| आया नगर | 326 |
सिर्फ चार इलाकों में AQI 300 से नीचे है, जिनमें IGI एयरपोर्ट का 271, लोधी रोड 278, मंदिर मार्ग 242, अरबिंदो मार्ग- 283 है. हालांकि, ये इलाके भी गंभीर श्रेणी में हैं. इसके अलावा एनसीआर में भी प्रदूषण से बुरा हाल है. नोएडा में AQI 361 और गाजियाबाद में 328 है. वहीं गुरुग्राम में 279 है. इन तीनों जगहों पर लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ा रहा है.
बढ़ते प्रदूषण से लोगों की हालत खराब
बढ़ते प्रदूषण की वजह से दिल्ली की हवा में जहर घुला हुआ है. इससे लोगों की हालत खराब हो रही है. दिल्ली वालों के लिए सांस लेना भी दुश्वार हो रहा है. इसके साथ ही लोगों को आंखों में जलन और गले में खराश जैसी दिक्कतें भी हो रही है. प्रदूषण बढ़ने के लिए अक्सर पराली जलाने को जिम्मेदार बताया जाता है. हालांकि, सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) की नई रिपोर्ट में सामने आया कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के लिए ट्रैफिक और स्थानीय कारण भी जिम्मेदार हैं.






