बस्तर में नक्सली मना रहे पीएलजीए सप्ताह, आईजी की चेतावनी, माओवादियों के सामने अब एक विकल्प

बस्तर: 31 मार्च 2026 तक माओवाद के खात्मे का प्रण लेकर केंद्र और राज्य सरकार आगे बढ़ रही है. हाल ही में रायपुर में 3 दिनों का डीजी-आईजीपी सम्मेलन में आयोजित हुआ. छत्तीसगढ़ में इस तरह का सम्मेलन आयोजित करना, उसमें पीएम और केंद्रीय गृहमंत्री का शामिल होना देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर कई बड़े संदेश भी देता है.
2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक माओवादी मना रहे पीएलजीए सप्ताह
पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी यानि पीएलजीए सप्ताह मनाने का ऐलान नक्सलियों ने किया है. 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक पीएलजीए सप्ताह नक्सली मनाएंगे. माओवादियों ने इस बात की जानकारी प्रेस नोट जारी कर दी है. माओवादियों ने अपने प्रेस नोट और बुकलेट के जरिए कई बड़ी बातों को स्वीकार किया है. नक्सलियों ने ये स्वीकार किया है कि 11 महीनों में उनके 320 साथी मारे गए. जिसमें से 243 नक्सली अकेले दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी में ढेर हुए हैं.
11 महीनों में 320 नक्सली मारे गए
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा, ”2 दिसंबर से लेकर 8 दिसंबर तक प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलजीए सप्ताह मना रहे हैं. पीएलजीए सप्ताह के दौरान जो उनको नुकसान हुआ है या उनके जो साथी मारे गए हैं उनको इस दौरान ये लोग याद करते हैं. बीते 11 महीनों में 320 नक्सली मारे गए हैं. मारे गए सभी 320 नक्सली बस्तर के अलग अलग क्षेत्रों में एनकांउटर में मारे गए हैं”.
दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी में 243 माओवादी हुए न्यूट्रलाइज
बस्तर आईजी ने बताया कि ”दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी में कुल 243 माओवादियों का नुकसान नक्सली संगठन को उठाना पड़ा है. माओवादियों ने खुद इस बात को प्रेस नोट जारी कर स्वीकार किया है. बीते 11 महीनों में जो नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाए गए हैं उससे माओवादियों को काफी नुकसान हुआ है. एक तरह जहां हमने हार्डकोर माओवादियों को न्यूट्रलाइज किया है, वहीं जनता के जान और माल की भी रक्षा हमने की है”.
बस्तर आईजी की अपील
आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि ”नक्सलवादी हिंसा रोकने के लिए हम लगातार ग्राउंड पर काम कर रहे हैं. हम गांव वालों को भी समझा रहे हैं, माओवादियों से भी अपील कर रहे हैं कि हिंसा से किसी समस्या का समाधान नहीं होगा. समाज की मुख्यधारा में जुड़कर काम करने से गांव और प्रदेश का विकास होगा”.
माओवादियों को आईजी की चेतावनी
सुंदरराज पी ने कहा, ”माओवादी कैडर के सदस्य सही समय पर अगर सरेंडर कर देते हैं तो बड़ा नुकसान होने से बच सकता है. हमारी अपील का भी असर हुआ है. बड़ी संख्या में माओवादियों ने हथियार बीते महीनों में डाले हैं. सरेंडर करने वाले माओवादियों का शासन की नीतियों के अनुसार पुनर्वास भी किया जा रहा है. शासन की ओर से उनको कई सुविधाएं भी दी जा रही हैं. नक्सलियों के पास अब एक ही विकल्प बचा है. नक्सली हथियार छोड़ समाज की मुख्यधारा में शामिल हो जाएं. समाज की मुख्यधारा में जो भी शामिल होंगे उनका हम स्वागत करेंगे”.
बस्तर में अलर्ट पर पुलिस
बस्तर आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि माओवादियों के PLGA सप्ताह को देखते हुए पुलिस अलर्ट है. अंदरूनी इलाकों में एंटी नक्सल ऑपरेशन भी चलाए जा रहे हैं. अपने बंद के दौरान नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम न दे सकें इसके लिए पूरी तरह से फोर्स ग्राउंड पर है. आईजी ने बताया कि हर साल माओवादी 2 दिसम्बर से 08 दिसंबर तक PLGA सप्ताह मनाते हैं. पीएलजीए सप्ताह के दौरान बड़ी घटनाओं को भी अंजाम देते हैं.






