श्रीनगर: दसवीं कक्षा की छात्रा सबरीना ने फीयरलेस फलॉर नाम की एक किताब लिखी है। श्रीनगर में उसकी किताब का विमोचन किया गया।
कविताओं और वर्णात्मक विशेषण को संजोती इस किताब मेंसबरीना अपनी जिन्दगी के कई पहलूओं और उतर-चड़ाव पर प्रकाश डाला है।वह कहती हैं, मेरी लेखनी में मैने किशोरावस्था पर ध्यान दिया है। चुनौतियों और सुझावों पर प्रकाश डाला है। सबरीना का कहना है, मैने एक किशोर होने के नाते जिन चीजों को महसूस किया बस उन्हीं चीजों से मुझे किताब लिखने की प्रेरणा मिल गई। एक इंसान होने के नाजे जिन परिस्थितियों ने मुझे मेरे दिल को छुआ, मुझे प्रोतसाहित किया बस उन्हीं को मैने आकार दिया।
उसने किताब में लिखा है कि एक किशोर को जिन्दगी में बड़ों की सहायता और सुझाव की आवश्यकता होती है। उनके दिशानिर्देश की आवश्यकता होती है।