छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में फिल्म पुष्पा की तर्ज पर सफेद चंदन की तस्करी का मामला उजागर हुआ है। तस्कर रतनपुर के बस स्टैंड में उत्तर प्रदेश जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे। पुलिस को देखते ही तस्कर सफेद चंदन की लकड़ी को छोड़कर भाग खड़े हुए। पुलिस ने दो-दो फीट की 100 किलो चंदन लकड़ी बरामद किया है। जब्त लकड़ी की कीमत 5 लाख रुपये बताई जा रही है। फिल्म पुष्पा की तर्ज पर हुई इस कार्रवाई में पुलिस के हाथ तस्कर तो नहीं लगे, लेकिन छत्तीसगढ़ में चंदन की लकड़ियों की तस्करी का मामला जरूर उजागर हो गया है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के रतनपुर थाना क्षेत्र के सीमावर्ती जिले गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही तथा कोरिया जिले में सफेद चंदन के पेड़ों की उपज होती है। बुधवार को सूचना मिली कि दो युवक नया बस स्टैंड रतनपुर में बोरियों में सफेद चंदन की लकड़ी लेकर उत्तर प्रदेश जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे हैं। संबंधित थाना क्षेत्र के टीआई हरविंदर सिंह को तस्करों को पकड़ने का प्वाइंट दिया गया था। तस्कर फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने लकड़ी जब्त किया है। पुलिस टीम ने रतनपुर में संदिग्ध युवकों द्वारा छोड़े गए बोरी को चेक किया, जिसमें 2-2 फीट लंबाई के कुल 15 नग सफेद चंदन की लकड़ी बरामद की गई है। लकड़ी से खुशबू भी आ रही थी। जब्त लकड़ी का वजन कराने पर वह 100.11 किलो निकला। लकड़ियों की कीमत लगभग 5 लाख रुपये आकी गई है। सफेद चंदन की लकड़ी की कटाई एवं परिवहन भारतीय वन अधिनियम अंतर्गत प्रतिबंधित एवं दंडनीय है। सफेद चंदन का उपयोग औषधि सौंदर्य प्रसाधन एवं धार्मिक कार्यों में किया जाता है। छत्तीसगढ़ में चंदन दुर्लभ है। मामले में अज्ञात तस्करों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वन विभाग को भी सूचना दी गई है।
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