ब्रेकिंग
IPL खेलने नहीं आना मत आओ… इन खिलाड़ियों पर BCCI का बहुत बड़ा फैसला! योगी आदित्यनाथ ने जो दावा किया वो पाकिस्तान की सेना ने भी माना, पता चल गई ब्रह्मोस की ताकत वाह रे पाकिस्तान! दहशगर्दी के मुखिया को बता रहा था मासूम मौलवी? भारत ने कर दिया बेपर्दा- सामने आया आ... बर्थडे पार्टी में महिला को पिलाया ‘नशीला जाम’, पीते ही खो बैठी सुध-बुध, होश आते ही लगी चिल्लाने बिहार में राहुल गांधी का दलित कार्ड… हॉस्टल में छात्रों से संवाद तो एक्टिविस्ट्स के साथ देखेंगे फुले... अंतिम सांस निकलने से पहले पहुंच गई पुलिस! जान बचाने के लिए तोड़ दिया घर, फांसी पर लटके युवक को बचाया कुत्ते के गले में रस्सी बांधा, ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने डॉग को घसीटा; वायरल हुआ Video तो भड़के लोग ‘ऐ जी! कार रोकिए ना…’, दुल्हन ने रास्ते में रुकवाई गाड़ी, फिर वहीं से कर गई ऐसा कांड, सदमे में आ गया... 1400 पन्नों में लिखा है मुस्कान-साहिल का हर राज, पुलिस कोर्ट को देगी सबूत, 16 गवाह बताएंगे सौरभ मर्ड... मॉडल गर्लफ्रेंड, टीचर बीवी और 10 लाख की सुपारी… दिल्ली के सुनीता हत्याकांड में 7 साल बाद आया फैसला
विदेश

नेपाल में एक बार फिर कुदरत ने ढाया कहर, 43 लोगों की गई जान

काठमांडूः नेपाल के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में 18 महिलाओं समेत कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।हिमालयन टाइम्स की रविवार को आई खबर के मुताबिक, बारिश से संबंधित घटनाओं में 24 लोग लापता हो गए। बारिश के कारण लोग विस्थापित हो गए और यातायात भी बाधित हुआ। देशभर में दक्षिणी मैदानी हिस्से के साथ-साथ पर्वतीय क्षेत्रों के 25 से ज्यादा जिलों में बृहस्पतिवार से भारी बारिश हो रही है जिससे 10,385 परिवार प्रभावित हुए।

पुलिस ने देशभर के कई स्थानों से 1,104 लोगों को बचाया। अकेले काठमांडू से 185 लोगों को बचाया गया।नेपाल पुलिस के अनुसार, खोज एवं बचाव अभियान के लिए देशभर में कुल 27,380 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। खबर के अनुसार, बाढ़ पूर्वानुमान सेक्शनर् एफएफएसी ने बताया कि मानसून सव्रिय है और देशभर में ज्यादातर स्थानों पर दो से तीन दिनों तक बारिश जारी रहेगी।मूसलाधार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं।

एफएफएस ने बताया कि बागमती, कमला, सप्तकोशी और उसकी सहायक नदी सूर्यकोशी में पानी खतरे के निशान को पार कर गया है.   इस बीच, मौसम विशेषज्ञों ने इतने कम समय में भारी बारिश की वजह जलवायु परिवर्तन को बताया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button