Breaking
सीआरएम ने परखी पटरियों की गुणवत्ता, अब नए ट्रैक पर दौड़ेंगी ट्रेनें एक नारी पुलिस पर भारी, बिना हेलमेट रोका तो रोने लगी महिला, हाथ जोड़कर कहा जाओ प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी हरदा में आमसभा को संबोध‍ित करेंगे, कुछ देर में पहुंचने वाले है प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने को और कालेजों के पास नहीं संबद्धता तवा रिसोर्ट के मेन्यू कार्ड में दिखेंगे चुनावी व्यंजन, वोट डालने वाले दूल्हा-दुल्हनों को मिलेगा उपहा... दूसरे चरण में वोटरों को झुलसा देगी गर्मी, जानें किस शहर के लिए कौन सा अलर्ट जारी वन विभाग ने जानापाव से किया तेंदुए का रेस्क्यू, एक वनकर्मी घायल ओंकारेश्वर दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की कार पेड़ से टकराई, 7 वर्षीय मासूम की मौत, 6 घायल खरगोन में बोले मप्र के सीएम डॉ मोहन यादव- कांग्रेस देश के टुकड़े करवाने वाली पार्टी सोनिया-राहुल बैकफुट पर आए, बेनकाब हुई कांग्रेस… सैम पित्रोदा के बयान पर अमित शाह का पलटवार

नक्सल प्रभावित जिलों के 500 आदिवासी युवक बनेंगे पुलिस के मददगार

भोपाल । प्रदेश के बालाघाट, मंडला और डिंडौरी जिले के नक्सल प्रभावित विकासखंडों के पढ़े-लिखे 500 आदिवासी नौजवान पुलिस के सहायक  बनेंगे। पुलिस सहायक के रूप में इन्हें हर महीने 25 हजार रुपए का मानदेय भी मिलेगा। इतना ही नहीं यदि आदिवासी नौजवानों का पुलिस सहायक के रूप में सीआर सही रहती है तो पांच साल बाद वे सीधे पुलिस आरक्षक बनेंगे। पुलिस सहायकों की नियुक्ति संबंधित जिलों के एसपी कर सकेंगे। राज्य शासन ने इसकी मंजूरी दे दी है।
पीएचक्यू सूत्रों के अनुसार आदिवासी क्षेत्रों में यह दुष्प्रचार किया जाता है कि पुलिस आदिवासियों पर बर्बरता करती है। कुछ संगठन इन क्षेत्रों में सक्रिय हैं। आदिवासियों के मन से पुलिस का खौफ दूर करने और आदिवासी जिलों में अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस अब आदिवासी बच्चों को ही अपना मददगार बनाने जा रही है। पुलिस मुख्यालय ने इससे जुड़ा प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा था। जिसे अब मंजूरी मिल गई है। मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि पुलिस सिर्फ तीन जिले बालाघाट, मंडला और डिंडौरी के नक्सल प्रभावित विकासखंडों के आदिवासी युवाओं को ही अपना मददगार बनाएगी।  खास बात यह है कि संबंधित जिलों के एसपी पुलिस मददगारों के नाम सार्वजनिक नहीं करेंगे।
आदिवासियों को जोडऩे की कवायद
प्रदेश की शिवराज सरकार आदिवासियों के हित में कई बड़े फैसले कर रही है। यहां तक बैकलॉग पदों पर भर्तियों भी हो रही हैं। सूत्रों ने बताया कि आदिवासियों के और अधिक नजदीक पहुंचने के लिए सरकार उनके बच्चों को जोड़ रही है। हालांकि  पुलिस सहायक किसी तरह की स्थाई नौकरी नहीं है। जिन 500 युवाओं को पुलिस सहायक बनाया जाएगा। शिकायत आने पर एसपी कभी भी हटा भी सकेंगे।

सीआरएम ने परखी पटरियों की गुणवत्ता, अब नए ट्रैक पर दौड़ेंगी ट्रेनें     |     एक नारी पुलिस पर भारी, बिना हेलमेट रोका तो रोने लगी महिला, हाथ जोड़कर कहा जाओ     |     प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी हरदा में आमसभा को संबोध‍ित करेंगे, कुछ देर में पहुंचने वाले है     |     प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने को और कालेजों के पास नहीं संबद्धता     |     तवा रिसोर्ट के मेन्यू कार्ड में दिखेंगे चुनावी व्यंजन, वोट डालने वाले दूल्हा-दुल्हनों को मिलेगा उपहार     |     दूसरे चरण में वोटरों को झुलसा देगी गर्मी, जानें किस शहर के लिए कौन सा अलर्ट जारी     |     वन विभाग ने जानापाव से किया तेंदुए का रेस्क्यू, एक वनकर्मी घायल     |     ओंकारेश्वर दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की कार पेड़ से टकराई, 7 वर्षीय मासूम की मौत, 6 घायल     |     खरगोन में बोले मप्र के सीएम डॉ मोहन यादव- कांग्रेस देश के टुकड़े करवाने वाली पार्टी     |     सोनिया-राहुल बैकफुट पर आए, बेनकाब हुई कांग्रेस… सैम पित्रोदा के बयान पर अमित शाह का पलटवार     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें