करीब दो साल के लंबे इंतजार के बाद नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बन रहा स्काईवॉक लोगों की आवजाही के लिए तैयार हो चुका है। अब केवल कुछ छोटा-मोटा फिनिशिंग का काम ही बाकी रह गया है, जो हफ्ते भर में पूरा हो जाएगा। स्काईवॉक में लिफ्ट और एस्केलेटर्स लगाने का काम भी पूरा हो गया है। लाइटिंग और साइनेज आदि भी लग चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, इसी महीने इसे लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। संभावना है कि डीएमआरसी के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह और रेलवे के अधिकारी मिलकर इसका उद्घाटन करेंगे।
जुलाई 2019 में इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू हुई थी और 2020 के अंत तक इस पर काम भी शुरू हो गया था। वैसे तो इसे महज 9 महीने में बनाकर तैयार कर लेने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन कोविड की वजह से इसे तैयार होने में दो साल लग गए। इसके कारण प्रोजेक्ट की लागत पर भी असर पड़ा। इस स्काईवॉक को बनाने की अनुमानित लागत 24 करोड़ आंकी गई थी, लेकिन अब बनकर तैयार होने तक यह लागत बढ़कर 30 करोड़ के पार पहुंच चुकी है। सबसे ज्यादा दिक्कत बार-बार लगने वाले लॉकडाउन के कारण आई, जिससे न केवल मटीरियल की सप्लाई प्रभावित हुई, बल्कि लेबर मिलने में भी दिक्कत आई।
यह स्काईवॉक एक छोर पर एयरपोर्ट लाइन के नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन के ऊपर बनी मल्टीलेवल पार्किंग से और दूसरे छोर पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लैटफॉर्म नंबर-16 के फुट ओवरब्रिज से कनेक्टेड होगा, जहां से होकर लोग प्लेटफॉर्म नंबर-1 तक जा सकेंगे। बीच में तीन अलग-अलग पैसेज बनाए गए हैं, जहां से होकर लोग येलो लाइन के नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन के बाहर बनी कार पार्किंग और ऑटो टैक्सी स्टैंड और डीटीसी के बस टर्मिनल पर आ-जा सकेंगे। करीब 210 मीटर लंबा यह स्काईवॉक पूरे भवभूति मार्ग और अजमेरी गेट की तरफ बने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर के ऊपर बनाया गया है। दृष्टिहीन लोगों के लिए इस पर खास तरह की टेक्टाइल फ्लोरिंग लगाई गई है। ग्लास पैनल के बाहर की तरफ गोलाकार स्ट्रक्चर बनाया गया है, जो रात में खास तरह की रंग-बिरंग एलईडी लाइटों से जगमगाएगा। यात्रियों की सहूलियत के लिए इस स्काईवॉक पर अलग से मेट्रो की टोकन वेंडिंग मशीनें, टिकट काउंटर और वॉशरूम की व्यवस्था भी की जा रही है एयरपोर्ट मेट्रो लाइन से आने-जाने वाले यात्रियों को लगेज रखने में लिए ट्रॉली भी इस स्काईवॉक पर ही मिल जाएगी। इसके लिए इस पर एक ट्रॉली बे बनाई जा रही है। साथ ही सुरक्षा और मेंटेनेंस के लिए सभी एंट्री-एग्जिट पॉइंट्स पर स्टील के गेट्स लगाए गए हैं।