Breaking
नगर निगम की नर्सरी में गाड़ियों से निकाला जा रहा डीजल वीडियो वायरल दो ट्रक के आपस में टकराने के बाद सिलेंडर फटने से एक वाहन में लगी आग 'आलू से सोना पैदा करने वाला व्यक्ति लेक्चर दे रहा', राहुल गांधी पर भड़के केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जो... वैष्णो देवी जा रही बस खाई में गिरने से 10 तीर्थयात्रियों की मौत...PM मोदी ने जताया दुख, मुआवजे की घो... बहाना बनाया पिज्जा समय से नहीं पहुंचाने पर मिली यह सजा 28 दिन तक इन राशि वालों को खूब मिलेगा पैसा शुक्र-मंगल की युति से मिलेगा लाभ इंदौर के अक्षत खंपरिया ने हासिल किया पहला ग्रैंडमास्टर नार्म बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं दिल्ली पुलिस का दावा शादी की तारिख क्या है? कुछ तो बताओ, छुपाओ मत। पैपराजी के सवाल पर यूं शरमा गईं परिणीति चोपड़ा आधी रात टी-शर्ट पहनकर असम के मुख्यमंत्री ने किया निरीक्षण, निर्माण कार्यों को लेकर अधिकारियों से की ...

संत रविदास जयंती कब है? पढ़िए समाज को बदलने वाले उनके ये 7 दोहे

संत गुरु रविदास 15वीं सदी के महान समाज सुधारक, दार्शनिक कवि और ईश्वर के अनुयायी थे। उन्होंने दुनिया को भेदभाव से ऊपर उठकर समाज कल्याण की सीख दी।

उनके दोहो में भगवान के प्रति प्रेम स्पष्ट झलकता है। हिंदू पंचांग के अनुसार संत रविदास की जयंती हर साल माघ पूर्णिमा को मनाई जाती है। उनकी गिनती भारत के उन महान व्यक्तित्व में होती है जिन्होंने समाज सुधार का अभूतपूर्व कार्य किया।

महान संतों में शामिल रविदास जी का जन्म वाराणसी के पास एक गांव में हुआ था। रविदास जी को ही संत रैदास भी कहा जाता है। इस बार रविदास जयंती 16 फरवरी 2022, बुधवार को है। रविदास जी अपने दोहों और कविताओं के माध्यम से समाज में प्रचलित छूआ-छूत, भेदभाव जैसे आडंबरों पर तंज भी कसते थे। उन्होंने कई ऐसे दोहों, कविताओं, कहावतों की रचना की जो आज भी काफी प्रचलित हैं। आईए रविदास जंयती के मौके पर पढ़ते हैं उनके कुछ दोहे…

1. जाति-जाति में जाति हैं, जो केतन के पात,
रैदास मनुष ना जुड़ सके जब तक जाति न जात

भावार्थ – अगर केले के तने को छिला जाये पत्ते के नीचे पत्ता ही निकलता है और अंत में पूरा खाली निकलता है। पेड़ मगर खत्म हो जाता है। वैसे ही इंसान को जातियों में बांट दिया गया है। इंसान खत्म हो जाता है मगर जाति खत्म नहीं होती है। जब तक जाति खत्म नहीं होगीं, तब तक इंसान एक दूसरे से जुड़ नही सकता है, कभी भी एक नहीं हो सकता है।

2. रैदास कहै जाकै हदै, रहे रैन दिन राम
सो भगता भगवंत सम, क्रोध न व्यापै काम

भावार्थ – जिसके दिल में दिन-रात राम रहते है। उस भक्त को राम समान ही मानना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि न तो उनपर क्रोध का असर होता है और न ही काम की भावना उस पर हावी होती है।

3. मन चंगा तो कठौती में गंगा

भावार्थ – अगर आपका मन और दिल दोनो साफ हैं, तो आपको ईश्वर की प्राप्ति हो सकती है अर्थात उनके मन अंदर निवास कर सकते हैं।

4. हरि-सा हीरा छांड कै, करै आन की आस
ते नर जमपुर जाहिंगे, सत भाषै रविदास

भावार्थ – जो मनुष्य ईश्वर की भक्ति छोड़कर दूसरी चीजों को ज्यादा महत्व देता है, उसे अवश्य ही नर्क में जाना पड़ता है। इसलिए इंसान को हमेशा भगवान की भक्ति में ध्यान लगाना चाहिए और इधर-उधर भटकना नहीं चाहिए।

5. कृस्न, करीम, राम, हरि, राघव, जब लग एक न पेखा
वेद कतेब कुरान, पुरानन, सहज एक नहिं देखा

भावार्थ – राम, कृष्ण, हरी, ईश्वर, करीम, राघव ये सभी एक ही ईश्वर के अलग-अलग नाम है। वेद, कुरान, पुराण में भी एक ही परमेश्वर का गुणगान है। सभी भगवान की भक्ति के लिए सदाचार का पाठ सिखाते है।

6. जा देखे घिन उपजै, नरक कुंड में बास
प्रेम भगति सों ऊधरे, प्रगटत जन रैदास

भावार्थ- जिस रविदास को देखने से लोगों को घृणा आती थी। उनका निवास नर्क कुंद के समान था। ऐसे रविदास का ईश्वर की भक्ति में लीन हो जाना सच में फिर से उनकी मनुष्य के रूप में उत्पत्ति हो जाने जैसी है।

7. ‘रविदास’ जन्म के कारनै, होत न कोउ नीच,
नर कूँ नीच करि डारि है, ओछे करम की कीच

भावार्थ- इंसान कभी जन्म से नीच नहीं होता है। वह अपने बुरे कर्मों से ही नीच बनता है।

नगर निगम की नर्सरी में गाड़ियों से निकाला जा रहा डीजल वीडियो वायरल     |     दो ट्रक के आपस में टकराने के बाद सिलेंडर फटने से एक वाहन में लगी आग     |     ‘आलू से सोना पैदा करने वाला व्यक्ति लेक्चर दे रहा’, राहुल गांधी पर भड़के केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी     |     वैष्णो देवी जा रही बस खाई में गिरने से 10 तीर्थयात्रियों की मौत…PM मोदी ने जताया दुख, मुआवजे की घोषणा     |     बहाना बनाया पिज्जा समय से नहीं पहुंचाने पर मिली यह सजा     |     28 दिन तक इन राशि वालों को खूब मिलेगा पैसा शुक्र-मंगल की युति से मिलेगा लाभ     |     इंदौर के अक्षत खंपरिया ने हासिल किया पहला ग्रैंडमास्टर नार्म     |     बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं दिल्ली पुलिस का दावा     |     शादी की तारिख क्या है? कुछ तो बताओ, छुपाओ मत। पैपराजी के सवाल पर यूं शरमा गईं परिणीति चोपड़ा     |     आधी रात टी-शर्ट पहनकर असम के मुख्यमंत्री ने किया निरीक्षण, निर्माण कार्यों को लेकर अधिकारियों से की बातचीत     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 8860606201