ब्रेकिंग
भारत-पाकिस्तान बंटवारे की लव स्टोरी ला रहे हैं इम्तियाज अली, शरवरी-वेदांग दिखेंगे साथ क्या-क्या नहीं हारी साउथ अफ्रीका! 15 बार दिल तोड़ने वाली शिकस्त के बाद बनी WTC चैंपियन केदारनाथ जाने के लिए कितना है हेलीकॉप्टर का किराया? क्रैश होने पर क्या मिलता है मुआवजा? वायरलेस या केबल वाला माउस? किस पर खर्च करें पैसें भगवान जगन्नाथ को क्यों लगाया जाता है मालपुए का भोग? जानें कहां बनता है ये भोग इजराइल-ईरान के बीच भीषण जंग जारी, तेहरान में रक्षा मंत्रालय की इमारत और न्यूक्लियर हेडक्वार्टर ध्वस्... जामुन से घर पर बनाएं ये टेस्टी चीजें, बच्चों से लेकर बड़े सब करेंगे पसंद अमेठी: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर पिकअप से टकराई एंबुलेंस, 5 लोगों की मौत, 1 घायल अहमदाबाद विमान हादसाः 31 शवों के DNA सैंपल मैच, परिजनों को सौंपे जा रहे, सरकार ने लगाए 191 एंबुलेंस ‘उसके साथ दो और लोग भी थे…’ बस में साथ बैठी लड़की का दावा, राजा की Reels देखते ही भड़क गई थी सोनम
खेल

सुपर ओवर टाई होने के बाद इस नियम से निकलता है फैसला, कुंबले वाली समिति करेगी चर्चा

नई दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले की अगुवाई वाली क्रिकेट समिति अपनी अगली बैठक में बाउंड्री नियम सहित विश्व कप फाइनल से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेगी। आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक ज्यौफ एलार्डिस ने यह जानकारी दी। ईएसपीएनक्रिकइंफो ने एलार्डिस के हवाले से कहा, ‘‘आईसीसी प्रतियोगिताओं में 2009 से मैच टाई होने की स्थिति में विजेता का फैसला करने के लिए सुपर ओवर का इस्तेमाल किया जा रहा है। सुपर ओवर भी टाई होने के बाद मैच का नतीजा उसी मैच में हुई किसी चीज के आधार पर निकालना था। इसलिए यह हमेशा उस मैच में लगी बाउंड्री की संख्या से जुड़ा था।’’ इंग्लैंड में 14 जुलाई को लॉर्डस में खेले गए फाइनल मैच में ज्यादा बाउंड्री के आधार पर न्यूजीलैंड को हराकर पहली बार विश्व कप खिताब जीता।

मैच टाई रहने के बाद सुपर ओवर का सहारा लिया गया, लेकिन सुपर ओवर में भी मैच टाई रहने के बाद इंग्लैंड को 22 चौके और दो छक्के जड़ने के कारण विजेता घोषित किया गया था, जबकि न्यूजीलैंड की टीम 17 बाउंड्री ही लगा पाई थी। एलार्डिस ने कहा, ‘‘दुनिया भर की लगभग सभी टी-20 लीग में सुपर ओवर टाई होने पर बाउंड्री के नियम का इस्तेमाल होता है। हम भी उसी सुपर ओवर नियमों का इस्तेमाल करना चाहते थे, जो सभी पेशेवर क्रिकेट में उपयोग में लाया जाता है। यही कारण है कि इसे इस तरह लागू किया गया था। क्या इससे कुछ अलग हो सकता था इस पर हमारी क्रिकेट समिति विचार करेगी।’’

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button