नई दिल्ली। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में कहा कि केंद्र सरकार भारतीय कंपनियों को रूस से तेल खरीदने के लिए नहीं कहती है लेकिन भारतीय लोगों के हित में सबसे अच्छा सौदा हासिल करना एक समझदारी भरी नीति है।
राज्यसभा में जयशंकर ने कहा कि यह सुनिश्चित करना उनका कर्तव्य है कि वे भारतीय लोगों के हितों को सर्वोपरि रखें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें उर्वरक भोजन आदि के लिए कुछ अन्य देशों के कार्यों या किसी अन्य क्षेत्र की गतिविधिओं की कीमत ना चुकानी पड़े। उन्होंने कहा ‘‘हम अपनी कंपनियों को रूसी तेल खरीदने के लिए नहीं कहते हैं। हम उन्हें कहते हैं कि उन्हें जो सबसे अच्छा विकल्प मिले उसी के अनुसार वे तेल खरीदें। यह बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है। विदेश मंत्री ने कहा अगर कल बाजार हमें अधिक प्रतिस्पर्धी विकल्प देता है तब फिर कृपया समझिए। ऐसा नहीं है कि हम सिर्फ एक देश से तेल खरीदते हैं। हम कई स्रोतों से तेल खरीदते हैं लेकिन भारतीय लोगों के हितों में जो सबसे अच्छा सौदा मिलता है वह एक समझदार नीति है। हम यही करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
Breaking
इंदौर के चिड़ियाघर में रतलाम से लाई गई मादा तेंदुए की हालत में अब सुधार है। मादा तेंदुए को गंभीर हालत...
मौत के मुंह से लौटी मादा तेंदुआ, रतलाम से गंभीर हालत में लाई गई थी इंदौर
जंगल में मोर का शिकार कर रहे दो शिकारी वन अमले ने पकड़े, 6 चकमा देकर हुए फरार...
जब मौत के बाद बेटी की शादी में पक्षी बनकर पहुंचे पिता, सभी लोग हो गए हैरान...
क्या सचमुच तीसरा विश्वयुद्ध होगा? पढ़ें, कहानी परमाणु बम की
स्कूल में 11वीं की छात्रा की संदिग्ध मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप...
कर्नाटक में सभी मुसलमानों को OBC आरक्षण! जानें क्या है आरोप और कैसे हुआ खुलासा
हिंदू या मुस्लिम किसके पास कितनी संपत्ति, आंकड़ों से समझिए हकीकत
दक्षिण या उत्तर भारत… कहां से हुई मंगलसूत्र की शुरुआत? सियासी घमासन के बीच जानिए इसका इतिहास
261 लोकसभा सीटों पर त्रिकोणीय फाइट, जिनसे तय होगा दिल्ली के सत्ता का सिंहासन