बच्चे के पिता विक्रमजीत सिंह ने कहा कि उनके मासूम बेटे का चेहरा इतनी बुरी तरह से कट गया था कि डॉक्टरों ने पहले उनके बच्चे के चेहरे पर 120 से ज्यादा टांके लगाए। लेकिन बच्चे की हालत को देखते हुए डॉक्टरों को रात में ही बच्चे का ऑपरेशन करना पड़ा। इस घटना पर पुलिस ने चाइना डोर की बिक्री को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए। लेकिन अब सवाल उठता है कि पुलिस की सख्ती के बाद भी इस खूनी चाइना डोर की बिक्री नहीं रुकी और 4 साल के मासूम बच्चे की जान फिर खतरे में आ गई जो आज भी अस्पताल में असहनीय दर्द से कराह रहा है।