ब्रेकिंग
AIMIM का बिहार में बढ़ता दखल! विधानसभा चुनाव के लिए जारी की एक और लिस्ट, अब तक उतारे गए इतने उम्मीदव... मोहन भागवत का बड़ा बयान: 'दुनिया विनाश की तरफ जा रही है', बोले- 'मगर समाधान का रास्ता सिर्फ हमारे पा... कर्तव्य पथ पर दिखा अलौकिक दृश्य! दीपों की रोशनी से जगमग हुआ पूरा इलाका, CM रेखा गुप्ता बोलीं- 'यह आस... JNU में छात्रों पर लाठीचार्ज? प्रदर्शन के बाद अध्यक्ष समेत 6 छात्रों के खिलाफ FIR, लगे हाथापाई और अभ... लापरवाही की हद! नसबंदी कराने आई 4 बच्चों की मां को डॉक्टर ने लगाया इंजेक्शन, कुछ ही देर में हो गई मौ... निकाह के 48 घंटे बाद ही मौत का रहस्य! सऊदी से लौटे युवक की लटकी लाश मिली, परिजनों का सीधा आरोप- 'यह ... साध्वी प्रज्ञा के विवादित बोल: लव जिहाद पर भड़कीं, बोलीं- 'बेटी को समझाओ, न माने तो टांगें तोड़कर घर... दिवाली पर किसानों की हुई 'धनवर्षा'! CM मोहन यादव ने बटन दबाकर ट्रांसफर किए ₹265 करोड़ रुपये, बंपर सौ... नॉनवेज बिरयानी पर खून-खराबा! ऑर्डर में गलती होने पर रेस्टोरेंट मालिक को मारी गोली, मौके पर मौत से हड... विवादित बोल पर पलटे गिरिराज सिंह? 'नमक हराम' बयान पर सफाई में बोले- 'जो सरकार का उपकार नहीं मानते, म...
व्यापार

ऑटोमोबाइल कंपनियों की खुदरा बिक्री घटी, पिछले साल के मुकाबले 10.70 फीसदी की गिरावट

भारत में ऑटोमोबाइल कंपनियों की खुदरा बिक्री में कमी दर्ज की गई है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (एफएडीए) ने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि जनवरी 2021 के मुकाबले यह जनवरी 2022 में 10.70 प्रतिशत घट गई।  बता दें कि एफएडीए भारत में ऑटोमोबाइल खुदरा उद्योग का एक शीर्ष राष्ट्रीय निकाय है, जो पूरे भारत में 26,500 डीलरशिप का प्रतिनिधित्व करता है। तिपहिया और वाणिज्यिक वाहनों में क्रमश: 30 प्रतिशत और 20.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि दोपहिया वाहनों, पीवी और ट्रैक्टरों में क्रमशः 13 प्रतिशत, 10 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। एसोसिएशन ने कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी के कारण पैसेंजर व्हीकल्स (पीवी) की अनुपलब्धता लगातार समस्या पैदा कर रही है, जबकि कॉमर्शियल व्हीकल्स (सीवी) और विशेष रूप से भारी वाणिज्यिक वाहन (एचसीवी) अच्छा प्रदर्शन कर हैं।

ग्रामीण भारत में दोपहिया वाहनों का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है। पीवी इन्वेंट्री 8 से 10 दिनों के ऐतिहासिक निचले स्तर पर है, जबकि दोपहिया वाहनों की इन्वेंट्री खतरनाक स्तर से घटकर 25 से 30 दिनों तक हो गई है। एफएडीए की ओर से कहा गया है कि 25,000 किलोमीटर के नए राजमार्ग विकसित करने की सरकार की योजना से भारत के बुनियादी ढांचे के खर्च में और वृद्धि होगी और वाणिज्यिक खंड पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

Related Articles

Back to top button