मुंबई। गोपनीय जानकारी साझा करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने (ईडी) अपने मुंबई कार्यालय के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। उन पर गोपनीय दस्तावेज लीक करने का आरोप है। ईडी को इस बात का सबूत मिला है कि ये दोनों कर्मचारी पुणे के बिजनेसमैन और सेवा विकास को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व डायरेक्टर अमर मूलचंदानी के संपर्क में थे और उसके जरिए उन्हें कुछ बेहद अहम जानकारियां शेयर कर रहे थे. इस मामले में ईडी के दोनों कर्मचारियों के अलावा अमर मूलचंदानी के ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि इस साल जनवरी महीने में ईडी ने पुणे से सटे पिंपरी चिंचवड़ इलाके में सेवा विकास को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व डायरेक्टर अमर मूलचंदानी समेत कुछ बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई की थी. उनके ठिकानों पर छापेमारियां की गई थीं. फर्जी कागजात के आधार पर अपने चहेतों को अनाप-शनाप तरीके से बैंक की ओर से कर्ज बांटा गया था और बदले में अमर मूलचंदानी और उनसे मिले हुए डायरेक्टरों ने अपनी जेबें भरी थीं. इस तरह कुल 400 करोड़ से ज्यादा का घोटाला किया गया था. इस मामले में मूलचंदानी समेत पांच लोगों को ईडी द्वारा भी किया गया था. कुछ समय पहले मूलचंदानी जमानत पर बाहर आ गए. एक बार फिर ईडी की ओर से उनपर कार्रवाई किए जाने की संभावना जताई जा रही थी. ऐसे में ईडी को यह जानकारी मिली थी कि उन्होंने सबूत गायब करने के लिए ईडी के मुंबई ऑफिस के इन दो कर्मचारियों को लालच देकर उनसे कुछ फाइलें लीक करवा रहे थे और अपने खिलाफ चल रही जांच से जुड़े अपडेट्स हासिल कर रहे थे. इस बात की भनक ईडी अधिकारियों को लग गई कि ये दोनों कर्मचारी अमर मूलचंदानी के ड्राइवर के संपर्क में हैं. इसके बाद उन दोनों पर नजरें रखी जाने लगीं. जब इस बात के पक्के सबूत मिल गए कि इन दोनों ने कुछ दस्तावेज मूलचंदानी को बेच डाले हैं तो ईडी ने इनके खिलाफ कार्रवाई की और इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया. इन दोनों के अलावा मूलचंदानी के ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.