कोलकाता नाइटराइडर्स के बल्लेबाज रिंकू सिंह ने क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। 25 साल के रिंकू सिंह ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ आखिरी ओवर में लगातार पांच छक्के जड़कर केकेआर को जीत दिलाई और मीडिया में छा गए। रिंकू सिंह का क्रिकेटर बनने तक सफर काफी संघर्षभरा रहा, लेकिन अब वो युवाओं की प्रेरणा बन गए हैं।
रिंकू सिंह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने काफी कठिनाइयां झेली, लेकिन कभी हार नहीं मानी। आखिरकार, रिंकू को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला और वो इस कदर चमके कि हर कोई उनका दीवाना हो चुका है।
रिंकू सिंह की निजी जिंदगी के बारे में काफी लोग जान चुके हैं कि उन्हें स्वीपर की नौकरी मिलने वाली थी। उनके पिता सिलेंडर बांटने का काम करते हैं। बेहद गरीबी में रिंकू सिंह का बचपन गुजरा, लेकिन वो अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहे। अब रिंकू सिंह से फैंस को उम्मीदें हैं कि यह हीरा जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकेगा।
बीसीसीआई ने लगाया था बैन
हालांकि, कम ही लोग जानते हैं कि रिंकू सिंह पर बीसीसीआई ने प्रतिबंध लगा दिया था। उनके करियर पर ब्रेक लग गया था। दरअसल, रिंकू सिंह ने बोर्ड को बिना जानकारी दिए अबुधाबी में एक टी20 लीग में हिस्सा लिया था। जब बीसीसीआई को इसकी भनक लगी तब उन्होंने क्रिकेटर पर कड़ा एक्शन लेते हुए तीन महीने का प्रतिबंध लगा दिया।
रिंकू सिंह को इससे सबक मिला और उन्होंने भविष्य में कभी ऐसी गलती नहीं दोहराने का प्रण लिया। फिर रिंकू ने कड़ी मेहनत की और आईपीएल में उन्हें इसका इनाम भी मिला। केकेआर से 55 लाख रुपये में जुड़े रिंकू सिंह से फैंस को उम्मीद है कि वो आने वाले समय में अपना दमदार प्रदर्शन जारी रखे और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक का सफर तय करें।