नई दिल्ली । टीएमसी के संस्थापक सदस्य रहे मुकुल रॉय के भाजपा में फिर से शामिल होने की अटकलें हैं। टीएमसी नेता के सुपुत्र ने दावा किया था कि पिता लापता हो गए हैं, कुछ घंटे बाद ही वह दिल्ली में पाए गए। इसके बाद से ही अटकलें तेज हैं कि मुकुल रॉय एक बार फिर से भाजपा में शामिल हो सकते हैं। 2021 में बंगाल चुनाव के बाद वह तृणमूल कांग्रेस में आ गए थे। मुकुल रॉय के भाजपा में आने की अटकलें सोशल मीडिया पोस्ट से भी तेज हो गई हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सांसद अनुपम हजारा ने सोशल मीडिया में कमिंग बैंक लिखा, जिसके बाद मुकुल को लेकर लग रहे कयास और तेज हो गए।
रॉय के बेटे सुभ्रांशु ने पुलिस थाने में पिता के लापता होने की शिकायत की थी। मंगलवार को सुभ्रांशु ने कहा कि मेरे बीमार पिता के साथ गंदी राजनीति हो रही है, वहीं टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी को बदनाम करने की साजिश हो रही है। सुभ्रांशु ने कहा, मेरे पिता की उम्र 70 साल है और वह डिमेंशिया एवं पार्किंसन सहित कई बीमारियों से पीड़ित हैं। उनकी सर्जरी होनी है और हर दिन उन्हें 18 दवाएं लेनी होती हैं।
सुभ्रांशु ने कहा कि पूरे घटनाक्रम पर ममता बनर्जी की नजर है। उन्होंने कहा कि सीएम ममता बनर्जी ने पूरे मामले की दो बार जानकारी ली है। मुकुल रॉय भाजपा में 2017 में शामिल हुए थे, जिनके खिलाफ नारदा स्कैम के आरोप थे। भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बना दिया था, लेकिन 2021 में टीएमसी की जीत के बाद वह वापस ममता बनर्जी के साथ चले गए थे। मुकुल रॉय के साथ ही उनके बेटे भी टीएमसी में चले गए थे। फिलहाल टीएमसी ने मुकुल रॉय के बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया है।
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, मेरे जैसे एक छोटे से प्रवक्ता के लिए इस मामले पर कुछ भी बोलना संभव नहीं है। गौरतलब है कि इस बीच दिल्ली पहुंचे मुकुल रॉय का कहना है कि क्या मैं दिल्ली नहीं आ सकता। उनके बेटे का कहना था कि मुकुल रॉय को दो लोग दिल्ली ले गए हैं और परिवार को इस बारे में कोई जानकारी भी नहीं दी गई है।