International Labour Day 2023: एक दिन में 8 घंटे से ज्यादा काम नहीं मजदूरों को ऐसे मिला था ये अधिकार
International Labour Day 2023। दुनिया के करीब 80 से ज्यादा देशों में हर साल 1 मई को विश्व मजदूर दिवस मनाया जाता है। आज विश्व मजदूर दिवस पर हम आपको इससे संबंधित कुछ जरूरी व रोचक जानकारी बता रहे हैं। सबसे पहले दुनियाभर में आखिर कैसे हुई थी विश्व मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत –
1 मई 1886 से मजदूर दिवस की शुरुआत
फिर साल 1889 में पेरिस में अंतरराष्ट्रीय महासभा की दूसरी बैठक में फ्रेंच क्रांति को याद करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया। इस प्रस्ताव के तहत इसे अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया। साथ ही अमेरिका में सिर्फ 8 घंटे ही काम करने की इजाजत दी गई। भारत में मजदूर दिवस सबसे पहले चेन्नई में 1 मई 1923 को मनाया गया था। इसके बाद यह धीरे-धीरे पूरे देश में मनाया जाने लगा।
अमेरिका में उत्सव की तरह मनाया जाता है मजदूर दिवस
अमेरिका में मजदूर दिवस हर साल उत्सव के रूप में मनाया जाता है। अमेरिका में पहली बार 5 सितंबर 1882 को मजदूर दिवस मनाया गया था। वहीं ऑस्ट्रेलिया की टेरिटरी वाले न्यू साउथ वेल्स और साउथ ऑस्ट्रेलिया में मजदूर दिवस अक्टूबर के पहले सोमवार को मनाया जाता है। हालांकि विश्व मजदूर दिवस मनाए जाने का प्रस्ताव सबसे पहले किसने रखा था इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि अमेरिकन फेडरेशन ऑफ लेबर के फाउंडर पीटर जे मैकगुरी ने सबसे पहले इस बारे में विचार दिया था, वहीं कुछ इतिहासकारों का मानना है कि मैथ्यू मैगुरी नाक में मजदूर नेता ने इसकी शुरुआत की थी।