पिछले कुछ समय से देशभर में सड़कों पर आवारा कुत्तों का आतंक तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, बीते दिनों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें पालतू कुत्तों ने भी लोगों को अपना शिकार बनाया है। ऐसे में लोग अब घर के बाहर अगर कुत्ते दिखें तो अकेले निकलने से डरने लगे हैं। कई मामलों में तो लोगों की मौत हो जा रही है। कुत्तों के हमलों का सबसे ज्यादा शिकार मासूम बच्चे हो रहे हैं।
सदर कोतवाली के पुराना बेतवा घाट मोहल्ला निवासी श्यामकिशोर की जिला मुख्यालय के अस्पताल रोड पर दुकान हैं। दुकान पर उसका तीन वर्षीय पुत्र शिवाजी भी था, जो सड़क किनारे खेल रहा था। तभी वहां से एक आवारा कुत्ता निकला। जिसने बच्चे के बाएं हाथ को मुंह में भर लिया और लहूलुहान कर दिया।
वहां मौजूद लोगों ने कुत्ते को किसी तरह से भगाया और घायल बच्चे को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। इस मामले में ईओ नगर पालिका अनुपम शुक्ला का कहना है कि आवारा कुत्तों के पकड़ने की कोई व्यवस्था पालिका के पास नहीं है। फिर भी उच्च अधिकारियों को इस घटना से अवगत कराया रास्ता निकाला जाएगा।