मुरैना। बहन की शादी में लगे मण्डप की लकड़ियों का विसर्जन करते हुए एक युवक आसन नदी पर बने कुंड में डूब गया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद युवक को कुंड से बाहर निकाला गया, लेकिन जब तक वह दम तोड़ चुका था। रविवार को यह घटना माता बसैया थाना क्षेत्र के टेकरी-कुतवार गांव के पास हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार खेरियाकलां गांव निवासी रामसुंदर उप्रेती की बेटी की शादी 10 मई को हुई थी। गांव में परंपरा है, कि शादी में लगे मंडप की लकड़ी व हवन सामग्री का विसर्जन कुतवार-टेकरी गांव के पास आसन नदी के सूरज कुंड में किया जाता है।
इसी रस्म को पूरा करने के लिए रामसुंदर उप्रेती का 30 वर्षीय बेटा शैलेंद्र उप्रेती रविवार की सुबह 11 बजे के करीब मण्डप की लकड़ियां और हवन की राख को लेकर सूरज कुंड में विसर्जन करने गया था। विसर्जन करते समय शैलेंद्र का पांव कुंड के भीतर चट्टान से फिसल गया और वह गहने पानी में डूब गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची माता बसैया थाना पुलिस ने काजीबसई गांव के दो गोताखोरों को बुलवाया, जिन्होंने करीब एक घंटे बाद की तलाश के बाद शैलेंद्र के शव को पानी के बाहर निकाला। शैलेंद्र को तत्काल जिला अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। माता बसैया थाना पुलिस मर्ग का प्रकरण दर्ज करने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवा रही है।
स्वजन-रिश्तेदार देखते रहे, डूबते शैलेंद्र की मदद भी नहीं कर पाए
माता बसैया थाना प्रभारी केके सिंह ने बताया कि शैलेंद्र के साथ उसके परिवार के कुछ सदस्य व कुछ रिश्तेदार भी थे। मंडल का विसर्जन करने के लिए शैलेंद्र कुंड के बीच गहरे पानी की तरफ चला गया, जहां वह चट्टान से फिसलकर गहरे पानी में डूबने लगा। इस दौरान कुंड के किनारे पर खड़े स्वजन व रिश्तेदार मदद की गुहार लगाते रहे, कोई शैलेंद्र की मदद नहीं कर पाया, क्योंकि किसी को भी तैरना नहीं आता था।