बालाघाट। बालाघाट-नैनपुर मार्ग पर मनकुंवर नदी पर बनाया गया अस्थाई पुलिया जून के आखिरी हफ्ते में तेज वर्षा में दो महीने के अंदर दूसरी बार बह गई थी। अब तक प्रशासनिक अधिकारियों ने इसकी सुध नहीं ली है। नतीजतन, इन दिनों लोग जान जोखिम में डाल उसी क्षतिग्रस्त पुलिया को पार कर रहे हैं। इसके कभी रस्सी का सहारा लेना पड़ रहा है तो कभी लोग एक-दूसरे का हाथ पकड़कर संतुलन बनाते हुए रास्ता पार कर रहे हैं।
वर्षा के कारण मनकुंवर का जलस्तर बढ़ा
जिले में पिछले दो दिनों से हो रही वर्षा के कारण मनकुंवर नदी का जलस्तर बढ़ गया है। वहीं दूसरी तरफ बालाघाट-नैनपुर मार्ग पर सरकारी तंत्र की पोल खोलता पुलिया अब खतरे का कारण बनता जा रहा है। शनिवार सुबह कुछ लोगों का इस पुलिया को पार करता हुआ वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हो रहा है।
अधिकारियों को वैकल्पिक मार्ग बनाने के लिए किया था आदेशित
दो माह पूर्व पुल के बह जाने के बाद कलेक्टर डा. गिरीश कुमार मिश्रा ने अधीनस्थ अधिकारियों को वैकल्पिक मार्ग बनाने के लिए आदेशित किया था। यहां क्षतिग्रस्त पुलिया के पास पगमार्क बनाए गए थे, जो दो दिन से हो रही वर्षा में डूब गए हैं। पिछले कई महीनों से मुसीबत का कारण बन रहा इस पुल का अब तक सुधार न हो पाना कई सवाल खड़े कर रहा है।