पीएम ने आज सुबह बड़ी घोषणा कर दी है…बेंगलुरु में पीएम ने कहा कि ये चांद के रहस्यों को खोलेगा. साथ ही धरती की चुनौतियों के समाधान में भी मदद करेगा. मैं इस सफलता के लिए मिशन की पूरी टीम को बधाई देता हूं. मेरे परिवार जनों आप जानते हैं कि स्पेश मिशन के टच डाउन को नाम दिए जाने की परंपरा है. चंद्रमा के जिस हिस्से पर चांद उतरा है, भारत ने उसका नामकरण का फैसला लिया है. जहां लैंडर उतरा है, उस पॉइंट को शिवशक्ति के नाम से जाना जाएगा.एक और नामकरण काफी समय लंबित है. चार साल पहले जब चंद्रयान-2 चंद्रमा के पास पहुंचा था. जहां उसके पद चिह्न पड़े थे. तब ये तय था कि उसका नाम दिया जाए. लेकिन उन परिस्थितियों को देखते हुए हमने तय किया था कि जब चंद्रयान-3 सफलता पूर्वक पहुंचेगा तब हम दोनों चंद्रयान मिशन को नाम देंगे. आज जब हर घर में तिरंगा है. इसलिए चंद्रयान-2 ने जिस स्थान पर पदचिह्न छोड़े हैं, वो स्थान अब तिरंगा पॉइंट कहलाएगा.
23 अगस्त को अब नेशनल स्पेस डे के तौर पर मनाया जाएगा-पीएम
जहां चंद्रयान-3 का मून लैंडर पहुंचा है, वो स्थान आज से शिवशक्ति कहलाएगा.पीएम ने कहा, ये चांद के रहस्यों को खोलेगा. साथ ही धरती की चुनौतियों के समाधान में भी मदद करेगा. मैं इस सफलता के लिए मिशन की पूरी टीम को बधाई देता हूं. मेरे परिवार जनों आप जानते हैं कि स्पेश मिशन के टच डाउन को नाम दिए जाने की परंपरा है. चंद्रमा के जिस हिस्से पर चांद उतरा है, भारत ने उसका नामकरण का फैसला लिया है. जहां लैंडर उतरा है, उस पॉइंट को शिवशक्ति के नाम से जाना जाएगा