इंदौर। उज्जैन में मासूम के साथ हुई दुष्कर्म की घटना ने सभी को झकझोर दिया है। इंदौर के एमटीएच अस्पताल में भर्ती बच्ची होश आते ही अपनी मां को याद कर रही है। दुष्कर्म और क्रूरता से पीड़ित 15 वर्षीय दुष्कर्म पीड़िता उस समय मरने की कगार पर थी जब वह लोगों से मदद की गुहार लगा रही थी और उसे भगाया जा रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार, दुष्कर्म पीड़िता के निजी अंगों पर चोटें गंभीर हैं। अगर इलाज में थोड़ी और देरी हुई होती तो उसकी जान भी जा सकती थी। उसका आपरेशन किया गया है और उसके ठीक होने की उम्मीद है। हालांकि वह अभी भी गहरे सदमे और पीड़ा में है।
जब भी उसे होश आता है, तो वह अपनी मां को बुलाती है और अपनी स्कूल यूनिफॉर्म मांगती है (जो उसने उज्जैन में दुष्कर्म के समय पहनी हुई थी)। उसके परिवार ने मानसिक रूप से अस्थिर बताया है।
उल्लेखनीय है कि उज्जैन में पिछले दिनों 15 साल की बालिका के साथ दुष्कर्म हुआ था। वह उज्जैन की गलियों में खून से लथपथ अर्धनग्न अवस्था में मदद की मांगती रही। कुछ लोगों ने उसे पैसे भी दिए। बाद में एक पंडितजी ने बच्ची को कपड़े दिए और पुलिस को सूचना दी थी। बाद में बालिका से पूछताछ के बाद रिक्शा चालक भरत सोनी को गिरफ्तार कर लिया गया।
बालिका की गुमशुदगी की रिपोर्ट सतना में दर्ज की गई थी। स्वजन उसे मानसिक तौर पर कमजोर बता रहे हैं। बालिका को इलाज के लिए इंदौर के एमटीएच अस्पताल में रखा गया है।