भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी दूसरी सूची में दिग्गजों को मैदान में उतारकर चौंका दिया है। इंदौर में भी एक नंबर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी ने राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को उम्मीदवार बनाया है। राजनीतिक गलियारों और लोगों के बीच जितनी चर्चा एक नंबर से विजयवर्गीय के टिकट की है, उससे ज्यादा चर्चा तीन नंबर से आकाश विजयवर्गीय को टिकट मिलेगा या नहीं, इस पर हो रही है। यह भी चर्चा है कि अगर आकाश को टिकट नहीं दिया गया, तो तीन नंबर से पार्टी का उम्मीदवार कौन होगा। भाजपा हमेशा से परिवारवाद को मुद्दा बनाती रही है, ऐसे में माना जा रहा है कि पिता कैलाश को टिकट मिल गया है तो अब पुत्र आकाश का उम्मीदवार बनना मुश्किल है। इस नए समीकरण के चलते तीन नंबर में कई दावेदार सक्रिय हो गए हैं। इनमें कई नाम ऐसे भी हैं, जो अब तक एक नंबर से दावेदारी कर रहे थे।
गुटबाजी अपनी जगह, मुंह मीठा कराना तो बनता है
मिलों से ज्यादा दिखी झांकीबाजों की झांकियां
नेताओं के चक्कर काट रही लाड़ली बहना
लाड़ली बहना योजना शिवराज सरकार के लिए गेमचेंजर मानी जा रही है। इस योजना के जरिए महिला मतदाताओं पर सरकार और पार्टी फोकस कर रही है। हर महीने की 10 तारीख को लाड़ली बहना के खातों में किस्त पहुंचती है। इस माह योजना की राशि बढ़कर 1500 रुपये हो सकती है। ऐसे में उन महिलाओं का भी मन इस योजना में शामिल होने को ललचा रहा है, जो इससे वंचित हैं। जिन महिलाओं का लाड़ली बहना योजना में पंजीयन नहीं हुआ है, वे भाजपा नेताओं, पार्षदों और विधायकों के चक्कर काट रही हैं। इस समय पंजीयन बंद हैं। चुनाव को देखते हुए नेता सीधे मना नहीं कर पा रहे हैं, वे आश्वासन देकर किसी तरह से महिलाओं को मना रहे हैं। अब तक लाड़ली बहना योजना में 1.25 करोड़ महिलाएं जुड़ चुकी हैं।