कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को गांधी परिवार की पारंपरिक सीट रायबरेली ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है. राहुल गांधी के नामांकन के बाद उनकी बहन और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल साइट एक्स पर बहुत ही भावुक पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा है, कुछ दिनों पहले मां ने कहा था कि मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है. वह रायबरेली आकर पूरा होता है. यह एक ऐसा परिवार, जिसने कई पीढ़ियों को अपने में मिला लिया है. जो दशकों तक हर उतार-चढ़ाव, संकट, सुख-दुख और संघर्ष में चट्टान की तरह हमारे साथ खड़ा रहा है. यह स्नेह और भरोसे का रिश्ता है. उन्होंने कहा कि यह सेवा और आस्था का रिश्ता भी है जो आधी सदी से अटूट है.
उन्होंने लिखा कि हमें यहां के लोगों से जितना प्यार, जितनी आत्मीयता और सम्मान मिला है, वह अनमोल है. परिवारिक रिश्ते की सबसे बड़ी सुंदरता ये होती है कि आप चाहकर भी कभी उसके स्नेह का कर्ज नहीं उतार पाते. इस मुश्किल वक्त में, जब हम देश के लोकतंत्र, संविधान और जनता के अधिकारों को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, तो इस लड़ाई में भी हमारा पूरा परिवार दृढ़ता से हमारे साथ खड़ा है. आज हजारों परिवारजनों की मौजूदगी में बड़े भाई राहुल ने अपना चुनाव नामांकन दाखिल किया.
नामांकन दाखिल करते समय राहुल के साथ थीं प्रियंका
बता दें कि शुक्रवार को राहुल गांधी ने रायबरेली ने अपनी मां सोनिया गांधी, बहन प्रियंका गांधी वाड्रा, राबर्ट वाड्रा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की उपस्थिति में अपना नामाकंन भरा है. राहुल गांधी वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं. वायनाड में मतदान संपन्न हो गया है, लेकिन रायबरेली को लेकर काफी दिनों से सस्पेंस बना हुआ था. शुक्रवार को कांग्रेस ने रायबरेली और अमेठी को लेकर अपनी स्थिति साफ की और रायबरेली ने राहुल गांधी को उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया था.
रायबरेली रही है गांधी परिवार की पारंपरिक सीट
बता दें कि रायबरेली कांग्रेस के लिए सबसे सुरक्षित सीटों में से एक है. अब तक हुए 20 चुनावों में से कांग्रेस ने 17 में इस सीट पर जीत हासिल की है. इस सीट का प्रतिनिधित्व राहुल गांधी के दादा और इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी कर चुके हैं. साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के समर्थन में लहर के बावजूद यह सीट कांग्रेस के पास ही रही थी और सोनिया गांधी ने यहां से जीत हासिल की थी. हालांकि सोनिया गांधी अब अपने बेटे के लिए प्रतिष्ठा वाली सीट खाली करके राज्यसभा चली गई हैं.