भोपाल। मतगणना को लेकर प्रदेश कांग्रेस सतर्क है और विधायकों को अलग-अलग क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी जा रही है। सभी प्रत्याशियों से कहा गया है कि वे मतदान के बाद मिलने वाले प्रपत्र 17सी से मतगणना का मिलान अवश्य कराएं।
जब प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की पांच-पांच कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट की पर्चियों का मिलान हो तो उसके लिए अलग से अभिकर्ता तैनात रखें। प्रदेश कांग्रेस ने जेपी धनोपिया को जिम्मेदारी दी है कि वे सभी अभिकर्ताओं के लिए मतगणना में जिन बातों का ध्यान रखना है, उसके लिए मार्गदर्शिका भी तैयार करें।
कांग्रेस के प्रत्याशियों ने सोमवार को लोकसभा चुनाव की समीक्षा बैठक में मतगणना में गड़बड़ी की आशंका जताई थी। इसके बाद पार्टी ने तय किया है कि जिन कार्यकर्ताओं को मतगणना के काम में लगाया जाएगा, उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि कोई चूक न हो पाए। प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने सभी प्रत्याशियों को संदेश भेजकर कर कहा है कि मतदान के बाद मिलने वाले फार्म 17सी के आधार पर एक्सेल शीट तैयार कर लें।
इसमें मतदान अभिकर्ता के हस्ताक्षर भी करवाएं ताकि मतगणना के समय उसका मिलान हो सके। इसके बाद ही मतगणना कराई जाए। फार्म 17 सी में इसका उल्लेख रहता है कि ईवीएम के माध्यम से कितने वाेट डाले गए हैं। बैटरी कितनी चार्ज है और फार्म 17 ए में यह बताया जाता है कि मतदान करने वालों में पुरुष, महिला और अन्य कितने हैं।
उधर, चुनाव आयोग से संबंधित कार्यों के प्रभारी जेपी धनोपिया का कहना है कि मतगणना के दौरान जो सावधानियां बरती जानी चाहिए, इसके बारे में उनके बारे में प्रत्येक संसदीय क्षेत्र के चुनिंदा कार्यकर्ताओं को भोपाल बुलाकर प्रशिक्षण देंगे। ये अपने क्षेत्र में सभी अभिकर्ताओं को प्रशिक्षित करेंगे। प्रदेश कार्यालय में एक टीम पूरे समय प्रत्याशियों के सहयोग के लिए उपलब्ध रहेगी।