राफा में हमले के बाद नए सिरे से शुरू होने जा रही बंधकों को रिहाई और सीजफायर वार्ता निरस्त होने की खबरें हैं. इजराइल सेना द्वारा दक्षिणी शहर राफा का कंट्रोल लेने के बाद गाजा के हालात बद से बदतर हो गए हैं. दुनिया भर से आ रही राहत सामग्री रोक दी गई है और इजराइल सेना के सीधे तौर नागरिकों को निशाना बनाने की भी खबरें हैं. इस बीच फिलिस्तीनी मिलिटेंट ग्रुप इस्लामिक जिहाद ने इजराइली बंधक की वीडियो जारी की है.
इजराइली मीडिया द्वारा वीडियो में दिखाई दे रहे बंदी की पहचान 28 साला साशा ट्रुपानोव के रूप में की गई है. 30 सेकंड की क्लिप में बंदी हिब्रू में बात करता दिखाई दे रहा है. जानकार मिलिटेंट ग्रुप द्वारा वीडियो जारी करने के पीछे का मकसद इजराइल को शांति वार्ता के लिए के मजबूर करना मान रहे है. वीडियो के बंधकों की रिहाई के लिए अभियान चलाने वाले समूहों ने इजराइली अधिकारियों से गाजा में बंद सभी बंदियों की रिहाई सुनिश्चित करने का आह्वान किया है. हालांकि क्लिप से यह स्पष्ट नहीं है कि फुटेज कहा और कब ली गई हैं.
इजराइल की आक्रामकता के पीछे बंधकों की मौत?
कुछ दिन पहले ही हमास ने एक बयान में कहा था की राफा में 4 बंधकों की देखरेख करने वाले ग्रुप से उसने संपर्क खो दिया है और ऐसा लगता है कि इजराइल सेना की कार्रवाई में उनकी मौत हो गई है. बता दें कि हमास और इस्लामिक जिहाद के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर के हमले में 250 के करीब इजराइलियों को बंधी बनाया था, जिनमे से करीब 105 महिलाएं और बुजुर्ग बंदियों को पहले संघर्ष विराम में रिहा किया जा चुका है.
लड़ाई के 8 महीने लंबा खिचने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि अधिकतर बंधकों की मौत हो गई है. लेकिन मिलिटेंट ग्रुप के पास इजराइल को झुकाने के लिए बंधकों को जिंदा रखना बहुत जरूरी है, बंधकों की रिहाई की शर्त पर ही इजराइल गाजा में सीजफायर करने के लिए राजी हो सकता है. इस्लामिक जिहाद की इस वीडियो को भी इसी बात से जोड़ कर देखा जा रहा है.
साशा को जिंदा देख क्या बोला परिवार?
साशा की मां ने क्लिप पर टिप्पणी देते हुए कहा, “आज टेलीविजन पर अपने साशा को देखना बहुत ही उत्साहजनक है, लेकिन यह भी मेरा दिल तोड़ देता है कि वह इतने लंबे समय से कैद में है.” बता दें कि 7 अक्टूबर को साशा को उनकी मां, दादी और प्रेमिका के साथ बंदी बना लिया गया था. लेकिन पिछले बंधक डील में उनके परिवार के और लोगों को छोड़ दिया गया.
इजराइल की सरकार ने अपने वार्ता टीम को बंधकों की रिहाई के लिए समझौते करने के लिए मध्यस्थों के साथ बातचीत जारी रखने का निर्देश दिया है, लेकिन अब तक वार्ता का कोई नया दौर शुरू नहीं हुआ है.