ब्रेकिंग
पार्सल में आया बम, डिलीवरी लेते वक्त फटा; 2 लोग जख्मी मणिपुर में सुरक्षा बलों ने तेज की कार्रवाई, अलग-अलग सफल अभियानों में कई गोला-बारूद बरामद धक्का-मुक्की कांड: कल घायल सांसदों का बयान दर्ज कर सकती है क्राइम ब्रांच, CCTV फुटेज इकट्ठा करने की ... ‘बेशक कुछ लोगों ने…’, भुजबल की नाराजगी पर अब अजित पवार ने तोड़ी चुप्पी संगीता बलवंत ने नेहरू के जन्मदिन पर बाल दिवस मनाने पर उठाए सवाल, कही ये बात बिहार पंचायत के पुस्तकालयों में IAS के पिता की कई किताबें, मंत्री बोले- जांच कराई जाएगी एक दिन बड़ा आदमी बनूंगा…जब भरी महफिल में अनिल कपूर के कपड़ों का बना मजाक तो रोते हुए एक्टर ने खाई कस... सुरेश रैना का 24 गेंदों वाला तूफान, फाइनल में 9 चौके 1 छक्का जड़कर की रनों की बौछार नया बिजनेस शुरू करने के लिए 1 करोड़ काफी नहीं, बिड़ला ने क्यों कही ये बात? तिरुमाला के ‘श्री वेंकटेश्वर मंदिर’ में AI लाने की तैयारी, तीर्थयात्रियों को ऐसे होगा फायदा

EVM के साथ छेड़छाड़ नहीं हुई, गिनती से पहले कैसे चेक करते हैं?

सात चरणों में संपन्न हुए मतदान के बाद सभी की नजर अब 4 जून के चुनाव परिणामों पर है. देश की 18वीं लोकसभा के लिए मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से वोटों की गिनती की प्रक्रिया आसान और तेज हो गई है. लेकिन चुनाव के समय नेताओं की तरफ से ईवीएम की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े होते हैं. ऐसे में मतगणना से पहले यह कैसे सुनिश्चित किया जाता है कि EVM के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई है? आइए समझते हैं.

लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा 64 के अनुसार, वोटों की गिनती संबंधित निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) द्वारा या उसके पर्यवेक्षण/निर्देशन के अधीन होती है. वोटों की गिनती एक बड़े हॉल में की जाती है, जिसमें अलग-अलग कई टेबल लगाई जाती हैं. यहीं पर जिला मुख्यालयों या आरओ मुख्यालयों पर बनाए गए स्ट्रॉन्ग रूम से ईवीएम मशीनों को लाकर रखा जाता है.

EVM की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाती है?

EVM मशीन के साथ छेड़छाड़ न हो पाए, इसके लिए कई स्तर पर उनकी जांच और सुरक्षा की जाती है. सबसे पहले, BEL/ECIL के इंजीनियर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के सामने प्रत्येक EVM की तकनीकी और भौतिक जांच करते हैं. इसके लिए कुछ मशीनों में मॉक पोल किया जाता है. अगर इस दौरान कोई मशीन खराब पाई जाती है, तो उसे फैक्टरी में वापस भेज दिया जाता है.

वोटिंग होने के बाद, EVM मशीन को सील करके स्ट्रॉन्ग रूम भेज दिया जाता है. चुनाव आयोग के मुताबिक, जिस कमरे को स्ट्रॉन्ग रूम बनाया जाता है, वहां सिर्फ एक दरवाजा होना चाहिए. वहां पहुंचने का कोई भी दूसरा रास्ता नहीं होना चाहिए. कमरे में डबल लॉक सिस्टम होता है. EVM और VVPAT मशीन रखने के बाद स्ट्रॉन्ग रूम लॉक कर दिया जाता है. इसकी एक चाभी इसके इंचार्ज और एक ADM या इससे ऊपर के पद वाले अधिकारी के पास रहती है. इसके अलावा स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा में 24 घंटे CAPF जवान तैनात रहते हैं. कमरे की निगरानी 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों से भी होती है.

मतगणना के दिन फिर होती है EVM मशीन की जांच

मतगणना के दिन स्ट्रॉन्ग रूम से मशीनों को निकालकर काउंटिंग हॉल ले जाया जाता है. यहां उम्मीदवार अपने-अपने मतगणना एजेंट और इलेक्शन एजेंट के साथ मौजूद रहते हैं. पारदर्शिता बनाए रखने के लिए इन मशीनों को काउंटिंग हॉल में टेबल पर रखा जाता है. यहां उन्हें मशीन के कैरिंग केस और मशीन को जांचने का मौका दिया जाता है. हालांकि, इस दौरान वो मशीन को छू नहीं सकते. मशीन और उनके बीचे एक जाली सी लगी रहती है. गिनती शुरू होने से पहले उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों को EVM पर लगी सील और उसके कंट्रोल यूनिट (जिसमें वोट दर्ज होते हैं) की यूनिक आईडी दिखाई जाती है.

अगर निरीक्षण के दौरान उम्मीदवार या उनके एजेंट की जांच में कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो उस मशीन में दर्ज वोट नहीं गिने जाते और आगे की कार्रवाई के लिए मामले की रिपोर्ट चुनाव आयोग को जाती है.

पार्सल में आया बम, डिलीवरी लेते वक्त फटा; 2 लोग जख्मी     |     मणिपुर में सुरक्षा बलों ने तेज की कार्रवाई, अलग-अलग सफल अभियानों में कई गोला-बारूद बरामद     |     धक्का-मुक्की कांड: कल घायल सांसदों का बयान दर्ज कर सकती है क्राइम ब्रांच, CCTV फुटेज इकट्ठा करने की कवायद तेज     |     ‘बेशक कुछ लोगों ने…’, भुजबल की नाराजगी पर अब अजित पवार ने तोड़ी चुप्पी     |     संगीता बलवंत ने नेहरू के जन्मदिन पर बाल दिवस मनाने पर उठाए सवाल, कही ये बात     |     बिहार पंचायत के पुस्तकालयों में IAS के पिता की कई किताबें, मंत्री बोले- जांच कराई जाएगी     |     एक दिन बड़ा आदमी बनूंगा…जब भरी महफिल में अनिल कपूर के कपड़ों का बना मजाक तो रोते हुए एक्टर ने खाई कसम     |     सुरेश रैना का 24 गेंदों वाला तूफान, फाइनल में 9 चौके 1 छक्का जड़कर की रनों की बौछार     |     नया बिजनेस शुरू करने के लिए 1 करोड़ काफी नहीं, बिड़ला ने क्यों कही ये बात?     |     तिरुमाला के ‘श्री वेंकटेश्वर मंदिर’ में AI लाने की तैयारी, तीर्थयात्रियों को ऐसे होगा फायदा     |