ग्वालियर। देश में मानसून प्रवेश कर चुका है। प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी बारिश हो रही है, हालांकि ग्वालियर में अभी भी गर्मी बेहाल कर रही है। ग्वालियर में भले ही बारिश नहीं है, लेकिन लोगों ने अभी से मानसून में घूमने के लिए डेस्टिनेशन ढूंढना शुरू कर दिए हैं। मध्यप्रदेश में भी चार ऐसे डेस्टिनेशन हैं, जो आपको दीवाना बना देंगे। इसलिए अगर अब तक आपने मानसून के मौसम में घूमने की योजना नहीं बनाई है तो यह खबर पढ़ लें…
महेश्वर
खरगौन से करीब 56 किलोमीटर दूर बसा यह नगर। नर्मदा नदी के किनारे बसा यह नगर मानसून में और भी खूबसूरत नजर आता है। नर्मदा नदी की धारा और आसपास हरी-भरी पहाड़ियां मन मोह लेती हैं। मानसून में यहां घूमने का अलग ही आनंद है। यहां आसानी से सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है। नर्मदा मैया की आरती के साथ प्राकृतिक सौंदर्य भी भरपूर है। ग्वालियर से महेश्वर की दूरी 601 किलोमीटर है। पक्के और भव्य घाट के लिए यह प्रसिद्ध है। महेश्वर साड़ियों के लिए भी पसंद है।
ओरछा
बेतबा नदी के तट पर बसा ओरछा। राजा राम मंदिर के दर्शन के लिए देशभर से यहां श्रद्धालु आते हैं। ग्वालियर से महज 141 किमी की दूरी पर ओरछा है। सड़क मार्ग से महज तीन घंटे में यहां पहुंचा जा सकता है। वीकेंड पर शहर के लोग यहां जाना शुरू हो गए हैं। बारिश होते ही यहां का नजारा और खूबसूरत होगा। बारिश में खूबसूरती बढ़ जाती है। यहां बेतबा नदी में वोटिंग की जा सकती है। इसके अलावा भी कई पर्यटन स्थल आसपास घूमने के लिए हैं। यहां से चित्रकूट भी जा सकते हैं।
मांडू
मांडू सामान्य दिनों में ही खूबसूरत नजर आता है, लेकिन बारिश में यह और खूबसूरत हो जाता है। प्रदेश का प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां औसत बारिश होती है, लेकिन मौसम अच्छा रहता है। प्रदेश का प्रमुख हिल स्टेशन है। इंदौर से मांडू की दूरी 98 किलोमीटर है। इंदौर तक फ्लाइट, ट्रेन या सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है। रतलाम रेलवे स्टेशन तक जाकर सड़क मार्ग से मांडू पहुंचा जा सकता है।
पचमढ़ी
मध्यप्रदेश का प्रमुख हिल स्टेशन। ऐसा कहा जाता है कि पचमढ़ी जाने का सबसे उपयुक्त समय मानसून ही है। इस दौरान प्राकृतिक सौंदर्य अपने चरम पर होता है। यहां झरनों से बहता पानी, आसपास हरी भरी पहाड़ियां मन मोह लेती हैं। यहां बी वाटरफाल, रजत प्रपात, डचेस फाल्स, माउंट धूपगढ़ और अन्य पर्यटन स्थल पर्यटकों को खूब भाते हैं।