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कौन है भोले बाबा उर्फ नारायण साकार विश्व हरि? जिसके सत्संग में मची भगदड़

हाथरस में सत्संग के बाद हाहाकार मचा. भगदड़ मचने से मची चीख-पुकार मच गई.लोग कुछ समझ पाते की उससे पहले ऐसा मंजर आंखों के सामने आया कि कुछ ही देर में लाशें ही लाशें मैदान में बिछ गईं. 121 मौतों का आधिकारिक आंकड़ा सामने आया है. अब सबसे बड़ा सवाल है कि 121 लोगों की मौत का कौन है जिम्मेदार? जिस बाबा के सत्संग में भगदड़ मची वो हैं कौन?

कौन है भोले बाबा?

हाथरस में जिस बाबा के कार्यक्रम में भगदड़ मची. बाबा का नाम नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि के नाम से जाना जाता है. भोले बाबा के नाम से भी प्रसिद्ध हैं. ये आम बाबाओं की तरह भगवा चोला नहीं पहनते हैं. बल्कि किसी बिजनेस मैन की तरह 3 पीस सूट में नज़र आते हैं. बाबा टाई लगाकर कोट पैंट पहनकर सत्संग करते हैं और लोगों को मोह माया से ऊपर उठकर ईश्वर की शपण में जाने की बाते करते हैं. उनके पोस्टर में लिखा नज़र आता है. नारायण साकार विश्व हरि की पूरे ब्राहम्ण में सदा-सदा के लिए जय-जयकार हो. मानव धर्म सत्य था, और रहेगा. बाबा के ज्यादातर फोटो में उनकी पत्नी भी नज़र आती हैं. जो उनके साथ ही सत्संग करती हैं. अब जान लेते हैं बाबा की असलीयत…

बाबा का असली नाम सूरज पाल?

बाबा का असली नाम सूरज पाल जाटव है. वे यूपी के कासगंज के पटियाली के गांव बहादुरपुर के रहने वाले हैं. पहले गुप्तचर विभाग यानि इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) में कर्मचारी थे. लेकिन 26 साल पहले VRS यानि समय से पहले रिटायरमेंट ले लिया था और सूरज पाल नौकरी छोड़कर सत्संग करने लगे. अब बहादुरनगर में 30 बीघे में भोले बाबा का आश्रम तो पांच बीघे में अनुयायी विश्राम गृह बना है. बाबा के पास खुद के सेवादारों की आर्मी भी है. जो बाबा की सुरक्षा करती है. बाबा का काफिला में दौड़ते लोग ही उनकी आर्मी है. सिर्फ पटियाली ही नहीं देश के कई शहरों में बाबा ने आश्रय बना रखा है.

महिलाएं ही ज्यादा हैं बाबा की भक्त

भोले बाबा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली समेत देशभर में लाखों अनुयायी हैं और ज्यातार महिलाएं ही साकार विश्व हरि की भक्त हैं, जो उन्हे भगवान मानती है. बाबा के जाने के बाद महिलाएं उनकी गाड़ी के पीछे दौड़ती है और उनके चरण की रज यानि धूल भी अपने माधे से लगाती है. महिलाओं का मानना है कि बाबा के चरण के नीचे की मिट्टी चमत्कारी होती है और कई महिलाएं इसे पल्लू से भी बांधती हैं. हाथरस में भी यही वजह रही भगदड़ मचने की. जिसकी वजह से 121 लोगों की मौत हो गई.. 114 मौत महिलाओं की हुई है. 6 बच्चे और 1 पुरुष की मौत हुई है.

बाबा का पहला बयान आया

इतने लोग मर गए लेकिन भोले बाबा फरार है. उनका कोई अता-पता नहीं हैं. हादसे के 28 घंटे बाद सका बयान आता है और कहता है कि भगदड़ से पहले ही वो वहां से निकल गया था. आसामाजिक तत्वों के द्वारा भगदड़ फैली. बाबा कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे कदम बढ़ा रहा है और सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने वकील एपी सिंह को अपना वकील बनाया है. एपी सिंह वहीं जिसने निर्भया कांड के दोषियों का केस लड़ा था.

भोले बाबा पर पहले से केस चल रहे

भोले बाबा पर एक महिला के साथ यौन शोषण के साथ 5 क्रिमिनल केस दर्ज है. सोशल मीडिया पर लोगों का ये भी दावा है कि महिला से यौन शोषण की वजह से ही सूरज पाल नौकरी से निकाले गए थे और ये भी दावा करते हैं कि वो महिला बाबा के पास बैठी बताई जाती है. वो उनकी पत्नी नहीं उनकी मामी है. जिसके साथ उन्होंने शादी की है. हालांकि khabartop.com इन दावों की पुष्टि नहीं करता.

बाबा को बचाया क्यों जा रहा?

हादसे के बाद आयोजकों पर FIR दर्ज की गई है, लेकिन भोले पर का नाम FIR  में नहीं है. हादसे के बाद बाबा फरार हो गया था और इसी से आप इस बाबा की संवेदनशीलता का अनुमान लगा सकते हैं कि जो महिलाएं बाबा के लिए आई थीं. उनकी मौत पर बाबा का क्या रवैया रहा. क्या ऐसे बाबाओं को आप पूजेंगे, जो आपके दुख में. आपके अपनों के दुख में. जब सैकड़ों परिवार तड़प रहे हों, तब वो दुम दबाकर भाग निकले. जो साक्षात खुद स्वंभू ईश्वर होने का दावा करता है. उसकी वजह से लोग तड़प-तड़प कर मर जाएं.

आपसे निवेदन है कि किसी भी इंसान को भगवान न माने. भगवान को भगवान माने. किसी भेड़चाल का हिस्सा न बनें…क्योंकि बहुत पहले संत रविदास ने कहा था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा… यानि अगर आप सच्चे मन से ईश्वर को याद करेंगे तो वो आपके साथ हैं. बस भक्त को सच्चे मन से याद करना है… इसके लिए किसी बाबा या फरेबी की जरुरत नहीं है…

इस पर क्या सोचना है… कमेंट करके आप अपनी राय दे सकते हैं.

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