गणेश चतुर्थी का त्योहार धूम-धाम से मनाया जा रहा है और इसकी झलकियां भी खूब देखने को मिल रही हैं. अब धीरे-धीरे बप्पा के विसर्जन का समय भी नजदीक आ रहा है. यूं तो 10 दिन बाद बप्पा का विसर्जन किया जाता है लेकिन आप उससे पहले भी ऐसा कर सकते हैं. अगर आप 7वें दिन बप्पा की मूर्ति को विसर्जित करना चाहते हैं तो इसका भी सही समय है. अगर सही ग्रह-नक्षत्र के दौरान बप्पा का विसर्जन किया जाए तो इसे शुभ माना जाता है और इससे लाभ होता है.
13 सितंबर के शुभ मुहूर्त क्या हैं?
गणेश चतुर्थी के दौरान विसर्जन के 4 दिन होते हैं. डेढ़ दिन पर, 3 दिन पर, 7 दिन पर या फिर 10वें दिन यानि अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. सातवें दिन का विसर्जन हो रहा है. अगर आप भी 7वें दिन बप्पा की मूर्ति का विसर्जन करने जा रहे हैं तो आपको इसका सही मुहूर्त जान लेना चाहिए. पांचांग की मानें तो सुबह 6 बजकर 4 मिनट पर शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएगा और ये 10 बजकर 43 मिनट तक रहेगा. इसके बाद दूसरा मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 16 मिनट पर शुरू होगा और ये दोपहर 01 बजकर 49 मिनट तक रहेगा. शाम के शुभ मुहूर्त की बात करें तो आप 04 बजकर 54 मिनट से लेकर 06 बजकर 27 मिनट के बीच में बप्पा की मूर्ति का विसर्जन कर सकते हैं.
सबसे महत्वपूर्ण कौन सा दिन है?
बप्पा को लेकर भक्तों के बीच अपार श्रद्धा है और खासतौर पर गणेश चतुर्थी के मौके पर तो भक्तों का अलग ही समर्पण भाव भगवान को लेकर दिखता है. पहले तो भक्त अपने घर में बप्पा का स्वागत करते हैं. उन्हें 10 दिनों तक अपने घरों में रखते हैं, उनकी पूजा करते हैं. इसके बाद भक्त उनका विसर्जन करते हैं. ये बहुत ही भावुक क्षण भी होता है. भक्त, भगवान से अगले सार फिर से मिलने का वादा करते हैं और विदा लेते हैं. बप्पा की विदाई के 4 दिन शुभ माने गए हैं. लेकिन इनमें से सबसे शुभ होता है अनंत चतुर्थी का दिन. मतलब कि 10वां दिन. 10वें दिन भगवान की पूजा-अर्चना की जाती है और इस दिन को ही गणेश विसर्जन के तौर पर जाना जाता है.
कब है अनंत चतुर्दशी?
साल 2024 में अनंत चतुर्दशी 17 सितंबर को पड़ रही है. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी 16 सितंबर, 2024 को दोपहर 3 बजकर 10 मिनट से शुरू हो रही है. इसका समापन अगले दिन 17 सितंबर को 11 बजकर 44 मिनट पर होगा. इस लिहाज से अनंत चतुर्दशी मंगलवार के दिन 17 सितंबर को मनाई जाएगी.