प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाओस दौरे पर हैं. प्रधानमंत्री यहां आसियान भारत समिट और पूर्वी एशिया समिट में हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री मोदी दोपहर करीब 1 बजे लाओस की राजधानी वियनतियाने पहुंचे, एयरपोर्ट पर पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया वहीं लाओस के गृह मंत्री विलेवॉन्ग बौद्धाखम ने पीएम का स्वागत किया.
लाओस दक्षिण पूर्व एशिया का एक छोटा-सा देश है लेकिन रणनीतिक तौर पर यह भारत के लिए विशेष महत्व रखता है. भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और पीएम मोदी के ‘सागर’ विजन के लिए लाओस प्रमुख स्तंभ है.
लाओस में गायत्री मंत्र के पाठ से स्वागत
प्रधानमंत्री के दौरे की बात करें तो लाओस में पहुंचते ही उनका जोरदार स्वागत किया गया. पीएम मोदी ने X पर एक वीडियो साझा किया है इसमें सैकड़ों भारतीय समुदाय के लोग गर्मजोशी से उनका स्वागत करते दिख रहे हैं. पीएम ने लिखा है कि भारतीय समुदाय का उत्साह दिखाता है कि वह अपनी जड़ों से कितनी गहराई से जुड़े हैं. उन्होंने लिखा के लाओस के स्थानीय लोगों का हिंदी बोलना और बिहू डांस करना भी आनंदित करता है. इस दौरान भारतीय और स्थानीय लोगों ने पीएम के सामने गायत्री मंत्र का पाठ भी किया जिसे वीडियो में सुना जा सकता है.
The welcome in Lao PDR was memorable! The Indian community is clearly very connected with their roots. Also gladdening was the local people speaking in Hindi and doing a Bihu dance! Do watch pic.twitter.com/DqcTQmPdNK
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2024
बौद्ध धर्म और रामायण लाओस और भारत की साझा संस्कृति और विरासत का हिस्सा हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने यहां वरिष्ठ बौद्ध भिक्षुओं के आशीर्वाद समारोह में हिस्सा लिया. पीएम ने बौद्ध भिक्षुओं के सम्मान और आशीर्वाद के लिए आभार भी जताया.
वात फोऊ मंदिर के संरक्षण पर प्रदर्शनी देखी
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ऐतिहासिक वात फोऊ मंदिर परिसर के पुनर्निर्माण और संरक्षण पर प्रदर्शनी देखी. इस मंदिर परिसर का संरक्षण भारत की पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किया गया है. यह UNESCO की वैश्विक विरासतों में से एक है. पीएम मोदी ने इसे सांस्कृतिक संबंधों को गहरा करने की दिशा में बड़ा कदम बताते हुए कहा है कि भारत लाओस के साथ काम करके काफी गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
वात फोऊ मंदिर परिसर के अलावा कई ऐतिहासिक स्थलों का पुनर्निर्माण और संरक्षण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एजेंसी करती है. भारत और लाओस के बीच कई दशक पुराने मजबूत संबंध हैं. लाओस में बौद्ध आबादी काफी ज्यादा है, लिहाजा साझा विरासत और संस्कृति भी संबंधों को गहरा करती है.
रॉयल थियेटर में रामलीला का मंचन
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने X पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा है कि साझा विरासत और संस्कृति दोनों देशों को करीब ला रही है. नवरात्रि के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने यहां रामलीला का मंचन भी देखा.
पीएम मोदी ने लाओस के प्रतिष्ठित रॉयल थियेटर ऑफ लुआंग प्रबांग में लाओ रामायण के एक एपिसोड फलक फालम की प्रस्तुति देखी. पीएम मोदी ने रामलीला का मंचन करने वाले कलाकारों से मुलाकात कर उनके साथ तस्वीर भी खिंचवाई, इस दौरान उनके साथ कई अधिकारी भी मौजूद रहे.