बिहार में पूरी तरह से शराबबंदी है. यहां शराब पीना और पिलाना दोनों ही गैरकानूनी है. इस मामले में पकड़े जाने पर दोनों ही स्थिति में जेल जाना पड़ सकता है. हैरान करने वाली बात है कि ये नियम सिर्फ कहने की बाते हैं. क्योंकि आये दिन पूरे बिहार में कहीं न कहीं शराब पकड़ी जाती है और पीने वाले भी पकड़े जाते हैं. मोतिहारी जिले में एक वर्दीधारी न सिर्फ प्रतिबंधित शराब का सेवन कर रहा था, बल्कि उसने बहुत बड़ी तादाद में शराब को स्टॉक भी कर रखा था.
शराब के स्टॉक करने की सूचना मोतिहारी के तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात को मिली. विदेशी और महंगी शराब को बापूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन के आर पी एफ इंस्पेक्टर पंकज गुप्ता के घर पर स्टॉक करके रखा गया था. स्टॉक किए गए शराब की सूचना मिलने पर उन्होंने तुरंत कारवाई की. इस मामले में साइबर सेल के डी एस पी के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक ने नगर थाना को सूचना के सही पाए जाने की सूचना के लिए भेजा गया. पुलिस टीम पंकज गुप्ता के घर पहुंची.
घर पर मिलीं शराब की बोतलें
उसी समय चुपके से आर पी एफ इंस्पेक्टर घर से बाहर निकल गए. उनके कमरे की तलाशी के दौरान जब अलमारी को खोला गया तो वहां कई सारी महंगी शराब की बोतलें रखी गई थीं. शराब के बोतल को देखकर पुलिस टीम अचंभित रह गयी. वहां पर ब्लेंडर प्राइड 100 पाइप्स जैसी महंगी शराब भी थी. यहां पर 22 बोतल यानी 15 लीटर के अनुपात में शराब बरामद की गई थी. पुलिस टीम को वहां से लगभग 95 हजार नगद रुपये भी मिले.
खिड़की की बोतलों पर भी मिली शराब
पुलिस जब इंस्पेक्टर के घर पहुंची तो उनके बेडरूम के खिड़की के पास भी शराब की कुछ बोतलें फेंकी हुई मिली थीं. पुलिस की टीम उन शराब की बोतलों को भी जप्त कर लिया. इंस्पेक्टर पंकज कुमार गुप्ता ने अपने वर्दी की धौंस में रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के सहायक मंडल अभियंता के रेस्ट हाउस पर पिछले तीन सालों से कब्जा जमाकर बैठे हुए हैं. फरार हुए आर पी एफ इंस्पेक्टर को ढूढ़ने के लिए पुलिस अभी भी छापेमारी कर रही है.
साथ ही कई बिंदुओं पर भी ये जांच की जा रही कि आखिर इतनी बड़ी मात्रा में ये शराब कहां से आयी है? कही ऐसा तो नही की ट्रेनों में तलाशी के दौरान जो शराब बरामद हुई हो उसमे से आर पी एफ इंस्पेक्टर कुछ शराब निकाल कर महज खानापूर्ति कर रहे हों? फिलहाल, पुलिस जांच में जुटी हुई है.