धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के जमुई में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके नाम पर डाक टिकट जारी किया. साथ ही 6000 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की सौगात भी दी. प्रधानमंत्री मोदी ने इसी के साथ आदिवासी समाज को उपेक्षित रखने के लिए पूर्व की सरकारों को भी जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों की गलत नीतियों की वजह से आदिवासी समाज सालों तक उपेक्षित रहा. देश के विकास की रेस में आदिवासी समाज पिछड़ गया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश को आजादी दिलाने में केवल एक पार्टी या एक ही परिवार का योगदान नहीं था बल्कि आदिवासी समुदाय के कई बड़े नायकों ने बलिदान दिये है. उन्होंने कहा कि आदिवासियों के योगदान को इतिहास में उचित स्थान नहीं मिला. आदिवासियों को सालों तक उपेक्षित करके रखा गया. उनके योगदान, उनकी कुर्बानी को मिटाने की भी कोशिश की गई.
पिछड़ी आदिवासी जनजातियों की परवाह नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने पहले की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि इतिहास में अति पिछड़ी आदिवासी जनजातियों की कोई परवाह ही नहीं की गई.प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब हम बिरसा मुंडा जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मना रहे हैं तो इसे समझना जरूरी है कि इसकी जरूरत क्यों पड़ी. पीएम मोदी ने कहा कि वास्तव में यह आयोजन बहुत बड़े अन्याय को उजागर करता है. यह इतिहास की बड़ी गलती की ओर इशारा करता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का दिन कई मायने में अहम है. आज बहुत ही पवित्र दिन है. आज कार्तिक पूर्णिमा है, देव दीपावली है और आज गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व भी है. उन्होंने कहा कि आज का दिन आदिवासी समाज के उत्थान के लिए भी जाना जाएगा.
जनजातीय गौरव उपवन बनाने का भी ऐलान किया
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान बिरसा मुंडा जनजातीय गौरव उपवन बनाने का भी ऐलान किया. पीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने अति पिछड़ी जनजातियों को हजारों पक्के घर दिए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल आज के दिन मैं धरती आबा बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में था. आज उस धरती पर आया हूं, जिसने शहीद तिलका मांझी का शौर्य देखा है. भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्मजयंती का उत्सव अगले एक साल तक चलेंगे.
राजकुमार राम को भगवान राम बनाया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा किआदिवासी समाज वो है, जिन्होंने राजकुमार राम को भगवान राम बनाया था. आदिवासी समाज वो है, जिसने भारत की संस्कृति और आजादी की रक्षा के लिए सैकड़ों वर्षों की लड़ाई को नेतृत्व दिया था. उन्होंने कहा किआदिवासी समाज ने भारत की संस्कृति और आजादी की रक्षा के लिए सैकड़ों सालों की लड़ाई को नेतृत्व दिया. आदिवासी समाज ने प्रकृति और पुरातन चिकित्सा पद्धति को जीवित रखा. उन्होंने आदिवासी समाज को प्रकृति रक्षक बताया और कहा कि उनके जीवन और संघर्ष का हमेशा सम्मान होना चाहिए.
सिकल सेल एनीमिया की बीमारी से छुटकारे की स्कीम
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान आदिवासी समाज की एक घातक बीमारी का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के लिए सिकल सेल एनीमिया की बीमारी एक बहुत बड़ी चुनौती रही है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इससे निपटने के लिए भी राष्ट्रीय अभियान चलाया है. उन्होंने कहा कि करीब 4.5 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है. आदिवासी परिवारों को अन्य बीमारियों की जांच के लिए ज्यादा दूर न जाना पड़े, इसके लिए बड़ी संख्या में आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए जा रहे हैं.
आदिवासियों के साथ पीएम मोदी की सेल्फी
बिहार के जमुई में जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में पीएम मोदी उस प्रदर्शनी में भी शामिल हुए, जहां आदिवासी समुदायों से संबंधित विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन किया गया था. ऐसा ही एक स्टॉल था धर्मदुराई जी और एझिलारसी जी का, वे तमिलनाडु के अरियालुर जिले के रहने वाले हैं. उन्होंने पीएम से सेल्फी के लिए कहा और पीएम ने खुशी-खुशी उन्हें स्वीकार कर लिया.