धार। गांव कापसी में डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है। मोबाइल पर एक किसान को पुलिस अधिकारी बन धमकाकर ठगी का प्रयास किया गया। प्रताड़ना से तंग आकर किसान ने जहरीला घोल पी लिया।
कुक्षी के सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे बड़वानी जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां किसान का उपचार जारी है। अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है।
प्रताड़ना से तंग आकर पिया जहर
कुक्षी तहसील के ग्राम कापसी में 35 वर्षीय किसान कैलाश सिंह को अज्ञात व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया तथा धमकाते हुए रुपयों की मांग की। इन धमकियों और प्रताड़ना से परेशान होकर किसान ने 15 जनवरी की रात जहरीला घोल पी लिया।
15-20 दिन तक दी धमकी
छोटे भाई जामसिंह ने बताया कि कैलाश को 15-20 दिन से फोन पर धमकाया जा रहा था। फोन करने वाला स्वयं को पुलिस अधिकारी बताकर रुपये की मांग कर रहा था।
लगातार मिल रही धमकियों से तंग आकर कैलाश ने यह कदम उठाया। जामसिंह ने बताया कि फिलहाल उनके भाई की स्थिति में सुधार हो रहा है, लेकिन वे ज्यादा बोलने की स्थिति में नहीं हैं।
शिकायत दर्ज
जामसिंह ने 15 जनवरी को कुक्षी थाने में शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि शाम करीब छह बजे भाई के पास काल आया। इसके बाद कैलाश डरे हुए बाहर निकले और घर नहीं लौटे। आसपास तलाश की गई, लेकिन नहीं मिले। इसके बाद खेत में कैलाश बेसुध मिले। उनके पास जहरीले घोल की बोतल पड़ी थी।
पुलिस जांच में जुटी
कुक्षी थाना प्रभारी राजेश यादव ने बताया कि जानकारी साइबर सेल को दी गई है। प्रारंभिक जांच में फोन नंबर की लोकेशन कोलकाता की पाई गई है। मामले की गहराई से जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यादव ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह का फर्जी काल आता है और पुलिस अधिकारी या अन्य बनकर धमकी देते हैं, तो घबराएं नहीं, तुरंत क्षेत्रीय पुलिस को सूचना दें। उन्होंने बताया कि आनलाइन फ्राड करने वाले हजारों किलोमीटर दूर बैठकर लोगों को डराने और ठगने का प्रयास करते हैं। पुलिस हर समय सहायता के लिए तत्पर है।