ब्रेकिंग
महाकुंभ में मची भगदड़ का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, जनहित याचिका दाखिल अवैध अप्रवासियों पर मोदी सरकार लगाएगी लगाम, संसद के बजट सत्र में पेश करेगी बिल दिल्ली दंगों पर बनी फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग, शरजील इमाम ने HC में दायर की याचिका केजरीवाल के सिपहसलार कैसे अपनी सीटों पर ही उलझे, जानें आतिशी-सिसोदिया, भारद्वाज सहित AAP के दिग्गजों... ‘लिव इन रिलेशनशिप’ के लिए राजस्थान HC ने लिया ये बड़ा फैसला! कपल्स को फायदा या नुकसान? मेरठ: मातम के बीच बजा बारात का बैंड… और छिड़ गया संग्राम, चले लाठी-डंडे राज ठाकरे बोले-मैं अपने स्वार्थ्य के लिए दूसरे नेताओं की तरह नहीं बदला जिसने बनाया था प्लान, उसी की गई जान… एक ही परिवार के 10 लोग गए थे महाकुंभ, एक की मौत बिहार में सांसद के साथ मारपीट, बदमाशों ने सासाराम MP मनोज कुमार का सिर फोड़ा बिहार सरकार का बड़ा ऐलान… मधेपुरा जिले में विकास से जुड़ी लोगों की मांगें जल्द होंगी पूरी

शिकार के लिए बिछाये जाल में फंसकर युवक की मौत, घर का इकलौता चिराग था मृतक

छतरपुर: छतरपुर में जंगली सुअरों के शिकार के लिए बिछाए गए बिजली के तार के जाल और उसमें फैले करंट की चपेट में आने से एक 18 वर्षीय युवा की मौत हो गई। मृतक अपने घर में इलकलौता बेटा था। घटना और मामले की जानकारी लगाने पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं इलाके में मातम और सन्नाटा पसरा हुआ है।

●यह है पूरा मामला…

घटना छतरपुर जिले के खजुराहो थाना अंतर्गत ग्राम के खर्ररोही की है। जहां का 18 वर्षीय अखिलेश पाल पिता नत्थू पाल (निवासी खर्रोही) पिछले दो दिन से लापता था। परिवार वाले उसकी लगातार तलाश कर रहे थे। इसी खोजबीन के दौरान वह मृत अवस्था में मिला है। युवक की लाश मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।

●जानवरों के शिकार में बेटा हुआ शिकार

वहीं परिजनों का आरोप है कि लोगों ने जंगली सुअर का शिकार करने के उद्देश्य बिजली के तारों का जाल बिछाया था जिसकी चपेट में हमारा बेटा आ गया जिससे उसकी मौत हो गई। शिकारियों ने जानवर का शिकार करने जाल बिछाया और उसमें हमारा बेटा शिकार हो गया, शिकारियों के जाल में फंस गया। परिजनों की मानें तो वह उनके घर का इकलौता चिराग था।

●पुलिस मौके पर जांच में जुटी

घटना और मामले की जानकारी लगाने पर खजुराहो थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर घटना और मामले की जांच में जुट गई है। वहीं मृतक का पंचनामा बनाकर उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए राजनगर अस्पताल भेजा है। गौरतलब है कि अक्सर शिकार करने के लिए शिकारी इस तरह के बिजली के तार बिछाते हैं, जिसकी चपेट में कई बार आम आदमी आ जाता है और इस तरह अपनी जान गंवा बैठता है।

वहीं लोगों के आरोप हैं कि क्या वन विभाग के अधिकारियों की कोई जिम्मेदारी नहीं होती कि ऐसे मामले में नकेल कसी जाये। क्या इस तरह के मामलों को वन विभाग के जिम्मेदारों का संरक्षण प्राप्त है। जिससे इस तरह की घटनाएं आम हो चली हैं। हालांकि देखना यह होगा कि इस घटना के बाद वन विभाग के कान में जूं रेंगती है और चेतता है और कोई कार्रवाई करता है। या फिर यूं ही जस का तस बना रहता है।

महाकुंभ में मची भगदड़ का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, जनहित याचिका दाखिल     |     अवैध अप्रवासियों पर मोदी सरकार लगाएगी लगाम, संसद के बजट सत्र में पेश करेगी बिल     |     दिल्ली दंगों पर बनी फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग, शरजील इमाम ने HC में दायर की याचिका     |     केजरीवाल के सिपहसलार कैसे अपनी सीटों पर ही उलझे, जानें आतिशी-सिसोदिया, भारद्वाज सहित AAP के दिग्गजों का हाल     |     ‘लिव इन रिलेशनशिप’ के लिए राजस्थान HC ने लिया ये बड़ा फैसला! कपल्स को फायदा या नुकसान?     |     मेरठ: मातम के बीच बजा बारात का बैंड… और छिड़ गया संग्राम, चले लाठी-डंडे     |     राज ठाकरे बोले-मैं अपने स्वार्थ्य के लिए दूसरे नेताओं की तरह नहीं बदला     |     जिसने बनाया था प्लान, उसी की गई जान… एक ही परिवार के 10 लोग गए थे महाकुंभ, एक की मौत     |     बिहार में सांसद के साथ मारपीट, बदमाशों ने सासाराम MP मनोज कुमार का सिर फोड़ा     |     बिहार सरकार का बड़ा ऐलान… मधेपुरा जिले में विकास से जुड़ी लोगों की मांगें जल्द होंगी पूरी     |