दिल्ली विधानसभा चुनाव में दो सप्ताह से भी कम समय बचा है. भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी का संकल्प पत्र पार्ट-3 जारी किया और इसमें तीन साल में यमुना को साफ करने, 1,700 अनधिकृत कॉलोनियों में पूर्ण मालिकाना हक प्रदान करने और गिग श्रमिकों और मजदूरों के लिए कल्याणकारी उपाय करने का वादा किया गया, लेकिन बीजेपी के संकल्प पत्र पर आप नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पलट वार किया है और सवाल किया है और कहा है कि उनकी बारात का दूल्हा कौन है पहले ये बताएंउनका सीएम चेहरा कौन है पहले ये बताएं.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि अमित शाह की ओर से जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया गया. उनकी घोषणा और भाषा को देखकर साफ लग रहा है कि वे लोग दिल्ली विधानसभा चुनाव में पराजित हो रहे हैं. दिल्ली को लेकर उनका कोई विजन नहीं है. इस बारे में उन्होंने कोई बात नहीं की है.
50 हजार नौकरी देने पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि बीजेपी की ओर से 50 हजार नौकरी देने की बात की गई. दिल्ली की कुल आबादी 2.5 करोड़ की है, लेकिन वो केवल 50 हजार लोगों को नौकरी देने के लिए कह रहे हैं. अरविंद केजरीवाल ने कोविड के दौरान और कोविड के बाद 12 लाख नौकरियां दी है. ऐसा लग रहा है कि अमित शाह मजाक कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस जुमला पत्र से साफ है कि इन लोग मान चुके हैं कि वे चुनाव हार चुके हैं. वे लोग दुकानों की सीलिंग तुड़वाने को कह रहे हैं. पिछले कई सालों से दुकानें जो सीलिंग के कारण बंद रही, उसकी जिम्मेदारी किसकी है? और जब हम लोगों ने इसका विरोध किया तो बीजेपी भी विरोध कर रही है.
सीलिंग पर पूछे ये सवाल
उन्होंने कहा किजब सीलिंग हटवानी ही थी तो फिर बीजेपी सीलिंग करवायी थी क्यों? दिल्ली के व्यापारियों को गैगस्टर की ओर से धमकियां मिल रही हैं. गोलियां दागी जा रही है. दिल्ली के व्यापारी दहशत हैं और उन्होंने साफ कहा कि सिक्योरिटी दें, जुमले मत कहें. .
मनीष सिसोदिया ने कहा कि वकीलों को बीमा देने की बात कही है. लेकिन इनको किसी ने बताया नहीं कि केजरीवाल पहले से ही वकीलों बीमा दे रहे है. E बस लाने की बात कर रहे जबकि दिल्ली में केजरीवाल सबसे ज़्यादा E बसें चला रहे है. ये माने लें कि ये हार रहे है.