चीन से मोहभंग होने के बाद एपल जैसी बड़ी कंपनी अपने पॉपुलर Apple iPhone स्मार्टफोन को अब इंडिया में ही बनाने पर जोर दे रही है. इतना ही नहीं कंपनी का फोकस एपल आईफोन के लोकलाइजेशन पर भी है यानी कंपनी अब इंडिया में ही बने कंपोनेट्स का इस्तेमाल भी बढ़ा रही है. इसी सिलसिले में अब वह बाबा कल्याणी की कंपनी भारत फोर्ज के साथ एक डील को लेकर बातचीत कर रही है. अगर ऐसा होता है, तो वह दिन दूर नहीं जब दुनिया के हर हाथ में एक इंडियन आईफोन होगा.
एपल ने साल 2020 से भारत में आईफोन बनाना शुरू किया और सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना का फायदा उठाया. कंपनी यहां बनने वाले अपने ज्यादातर आईफोन का एक्सपोर्ट करती है. साल 2024 में कंपनी का इंडिया में बने आईफोन का एक्सपोर्ट रिकॉर्ड 12.8 बिलियन डॉलर ( करीब 1100 अरब रुपए) का रहा है. इसी तरह कंपनी ने आने वाले सालों में इंडिया में 30 बिलियन डॉलर की वैल्यू के प्रोडक्शन का लक्ष्य बनाया है.
बाबा कल्याणी बनेंगे एपल के साथी?
पुणे की ‘भारत फोर्ज’ को 76 साल के बाबा कल्याणी संभालते हैं. उनकी कंपनी ऑटोमोटिव से लेकर कंस्ट्रक्शन, माइनिंग, रेलवे, एरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में काम करती है. एपल के साथ अगर कंपनी की बातचीत सफल रहती है तो ये उसके लिए कंपोनेंट्स और मैकेनिक्स बनाएगी. भारत की ये चौथी ऐसी कंपनी होगी जो एपल आईफोन के लिए सप्लायर का काम करेगी. अभी टाटा ग्रुप, मदरसन ग्रुप और एइक्यूस कंपनी एपल के लिए काम कर रही हैं.
चीन छोड़कर भारत आए एपल सप्लायर
अगर एपल के सप्लायर्स की लिस्ट देखें, तो कई कंपनियों ने चीन छोड़कर भारत का रुख किया है. एपल की सबसे बड़ी असेंबलिंग पार्टनर फॉक्सकॉन ने इंडिया में अपना प्लांट लगाया है. जबकि टाटा ग्रुप भी दो फैक्टरी में एपल की असेंबलिंग कर रहा है. इसके अलावा एपल के लिए बैटरीपैक्स बनाने का काम सनवोडा, केबल्स बनाने का काम फॉक्सलिंक और एंक्लोजर्स बनाने का काम एइक्यूस कर रहा है.
एपल के सबसे बड़े सप्लायर्स में से एक एमपेरेक्स टेक्नोलॉजी ने मानेसर हरियाणा में बैटरी सेल्स की फैक्टरी लगाई है जिसका प्रोडक्शन जल्द शुरू होने वाला है. वहीं मदरसन ग्रुप का हांगकांग की बीआईईएल क्रिस्टल मैन्युफैक्टरी के साथ एक जॉइंट वेंचर बनाने का प्रस्ताव है, जिस पर सरकार अभी विचार कर रही है.
एपल ने जब 2020 में भारत में आईफोन बनान शुरू किया तो उसका लोकल वैल्यू एडिशन 5 से 8 प्रतिशत था. अब कंपनी इसे 15 से 18 प्रतिशत करने पर काम कर रही है.