मध्य प्रदेश के ऊना में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहा हरोली के सिंगा गांव में एक बारात आई थी. लेकिन दूल्हे को बिना दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा. दरअसल, जिस गांव में बारात पहुंची थी, वहां न तो दुल्हन और न ही उसका घर मौजूद था. लड़कीवालों ने उनसे झूठ बोला गया था. इसके बाद दूल्हे के परिवार ने इस मामले की पुलिस से शिकायत की है.
दूल्हा कुटलैहड़ के नारी अपर गांव का रहने वाला है. घरवालों के मुताबिक, पंजाब की एक महिला ने रिश्ता तय करवाया था. उसी ने लड़की की फोटो दिखाई थी. रिश्ता तय हुआ तो बैंड-बाजे के साथ वे सिंगा गांव पहुंचे. लेकिन वहां उनकी स्वागत के लिए कोई मौजूद नहीं था.
लड़की की फोटो लेकर गांव में घूमता रहा
जब दूल्हे के परिवारवालों ने लड़की की फोटो गांववालों को दिखाई तो उन्होंने ऐसी किसी भी लड़की के गांव में होने पर असहमति जताई. दूल्हा भी लड़की की फोटो लेकर गांव में घूमता रहा. जब लड़की नहीं मिली तो लड़के के परिवारवालों को ठगी का एहसास हुआ. फिर दूल्हा बरात के साथ पंचायत घर में ही बैठ गया.
घरवालों के मुताबिक, पंजाब की जिस महिला ने यह रिश्ता तय कराया था, उसने बताया था कि सिंगा गांव में एक गरीब परिवार है, जिन्हें अपनी बेटी की शादी करनी है. लेकिन शादी से पहले 50 हजार रुपये देने होंगे. इसके बाद उन्होंने 50 हजार रुपये उस महिला को दिए थे. महिला का कहना था कि लड़की के घरवाले यह शादी सिंपल तरीके से करना चाहते हैं.
दूल्हे के घरवाले सदमे में
दूल्हे के घरवालों ने बताया कि महिला ने कहा कि आप लोग 28 जनवरी को सिंगा गांव में बरात लेकर आ जाएं. लगभग 100 लोग तय तिथि पर बरात के साथ पहुंचें. लेकिन यहां आकर उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ. इसके बाद दूल्हे के घरवालों ने स्थानीय थाने में पुलिस से शिकायत की. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. वहीं, इस घटना के बाद दूल्हे के घरवाले सदमे में हैं. उन्होंने पुलिस से मांग की है कि जल्द से जल्द लड़की को ढूंढा जाए. वहीं, पुलिस ने भी भरोसा जताया है कि जल्द ही उनकी तलाश कर ली जाएगी.