बिहार के भागलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम प्रस्तावित है. इससे ठीक पहले एनआईए की टीम भागलपुर पहुंच गई है. इस टीम ने जाली नोट गिरोह के सरगना नजरे सद्दाम के घर पर दबिश दी. बताया जा रहा है कि नजरे सद्दाम के पाकिस्तान कनेक्शन की जांच करने एनआईए की टीम पहुंची थी. इस टीम ने करीब छह घंटे तक जांच पड़ताल की और ढेर सबूत कब्जे में लेकर वापस पटना लौट गई है.
आरोपी नजरे सद्दाम पिछले साल सितंबर महीने में गिरफ्तार हुआ था और उसी समय से वह जेल में है. एनआईए की टीम सुबह सुबह भागलपुर पहुंच गई. चूंकि सद्दाम लंबे समय तक नकली नोटों के कारोबार से जुड़ा रहा है, इसलिए पुलिस एवं अन्य लोकल एजेंसियां उसके घर आती जाती रहती है. लेकिन इस बार जब एनआईए की टीम उसके इशाकचक थाना क्षेत्र के विक्रमपुर गुमटी नंबर 3 के मस्जिद के समीप स्थित घर पहुंची तो जिले में हड़कंप मच गया.एनआईए की चार सदस्यीय टीम ने नजरे सद्दाम के घर पर करीब छह घंटे तक जांच पड़ताल की.
साफ्टवेयर इंजीनियर है नजरे सद्दाम
बताया जा रहा है कि इस छापेमारी में एनआईए की टीम ने सद्दाम के घर से तकरीबन डेढ़ लाख रुपये कैश, मोबाइल फोन और कई संवेदनशील दस्तावेज कब्जे में लिया है. हालांकि इस संबंध में एनआईए की टीम ने लोकल मीडिया को कुछ भी बताने से मना किया. इस टीम के मुताबिक सभी सूचनाओं को एनआईए की वेबसाइट पर अपडेट कर दिया जाएगा. बता दें कि इशाकचक थाना क्षेत्र में भीखनपुर निवासी नजरे सद्दाम एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है.
भारत-नेपाल बॉर्डर से हुई गिरफ्तारी
जल्द से जलद करोड़पति बनने के चक्कर में वह नौकरी छोड़ कर जाली नोटों के धंधे से जुड़ गया. इसी दौरान पाकिस्तान में भी उसके कनेक्शन बने. उसे नकली नोटों के ही मामले में पिछले साल सितंबर महीने में मोतिहारी जिले के भारत-नेपाल बॉर्डर से अरेस्ट किया गया था. उसके साथ उसके तीन साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया और ये सभी फिलहाल मोतीहारी जेल में बंद हैं.