आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को पंजाब से राज्यसभा भेजे जाने के मामले पर पहली बार राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा का बयान सामने आया है. पिछले कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे कि जरीवाल संजीव अरोड़ा की सीट से राज्यसभा जा सकते हैं.
दरअसल संजीव अरोड़ा को लुधियाना वेस्ट विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, ऐसे में कयास लग रहे हैं कि अगर वो चुनाव जीत जाते हैं तो अपनी राज्यसभा सीट से इस्तीफा देंगे. इसके बाद यहां से अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जा सकते हैं.
‘उपचुनाव जीतने के वाद लेंगे फैसला’
इस मामले पर संजीव अरोड़ा ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद वो फैसला लेंगे कि राज्यसभा सीट को छोड़ दिया जाए या नहीं. उन्होंने कहा कि अगर वो जीत उपचुनाव जीत जाते हैं तो ऐसे में अगले 14 दिन के अंदर जीतने पर वो अपना फैसला लेंगे. अरोड़ा ने कहा कि अभी पार्टी की ओर से उन्हें पंजाब कैबिनेट में मिनिस्ट्री दिए जाने का कोई संकेत नहीं दिया गया है. उन्हें सिर्फ उपचुनाव लड़ने की जिम्मेदारी दी गई है.
‘केजरीवाल के लिए सभी सांसद सीट छोड़ सकते हैं’
अरोड़ा ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल को संसद में जाना है तो पार्टी के सभी 7 सांसद लोकसभा और राज्यसभा में तैयार हैं, जो कि अपनी सीट अरविंद केजरीवाल के लिए छोड़ सकते हैं और अपनी इस्तीफा दे सकते हैं. सांसद ने कहा कि अगर उन्हें विधानसभा भेजे जाने की तैयारी ना भी होती तो भी वो अपनी सीट केजरीवाल के लिए छोड़ देते. उन्होंने कहा कि पंजाब में उन्हें एक नई जिम्मेदारी दी गई है उसके लिए वो पूरी तरह से तैयार हैं.
उपचुनाव के लिए AAP ने बनाया संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार
दरअसल लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को अपना उम्मीदवार बनाया है. ये सीट आप विधायक गुरप्रीत गोगी के निधन के बाद खाली हुई है. संजीव अरोड़ा को विधानसभा चुनाव में उतारे जाने के बाद पंजाब में एक राज्यसभा सीट खाली हो जाएगी.
अरविंद केजरीवाल के राज्यसभा जाने के कयास
ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि संजीव अरोड़ा की जगह खाली होने वाली राज्यसभा सीट से अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जा सकते हैं. वहीं कांग्रेस-बीजेपी इसे केजरीवाल को राज्यसभा भेजे जाने का रास्ता बता रहे हैं. पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया था कि केजरीवाल पंजाब के रास्ते राज्यसभा जा सकते हैं. कहा जा रहा है कि केजरीवाल दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में हारने के बाद पंजाब की कमान अपने हाथों में लेना चाहते हैं.