पटियाला/सनौर : पंजाब में इस समय एक तरफ गर्मियां शुरू हो चुकी हैं तो दूसरी तरफ धान का सीजन भी शुरू हो चुका है, लेकिन पंजाब राज्य बिजली निगम के पास इस स्थिति से निपटने के लिए अभी भी कोई योजना नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि पावरकॉम में चेयरमैन समेत महत्वपूर्ण डायरेक्टरों के पद खाली हैं।
पंजाब में गर्मी और धान के सीजन के दौरान बिजली की मांग 17,000 मेगावाट से अधिक हो जाती है, जिसके लिए प्लानिंग की आवश्यकता होती है। अब तक पंजाब पावरकॉम ने हाल ही में सेवानिवृत्त हुए चेयरमैन बलदेव सिंह सरां, सदस्य वितरण इंजीनियर ग्रेवाल और अन्य डायरेक्टरों की उच्च स्तरीय प्लानिंग के कारण पंजाब में कभी बिजली की कमी नहीं होने दी, लेकिन अब यह टीम सेवानिवृत्त हो चुकी है और पावरकॉम में महत्वपूर्ण सीटें खाली हैं, जिसके कारण पंजाब को बड़े संकट का सामना करना पड़ सकता है। इस मौके पर पीएसईबी इंजीनियर्स एसोसिएशन ने पंजाब के मुख्यमंत्री से अपील की है कि पावरकॉम के चेयरमैन व अन्य डायरेक्टरों के पदों को बिना देरी के तुरंत भरा जाए, अन्यथा पंजाब में ऐसे हालात पैदा हो जाएंगे, जिन्हें संभालना संभव नहीं होगा।
चेयरमैन सहित अन्य कौन से पद हैं खाली
पावरकॉम में चेयरमैन-कम-सीएमडी का पद फिलहाल रिक्त है। इसके साथ ही डायरेक्टर वितरण, निदेशक कमर्शियल, डायरेक्टर एच.आर., डायरेक्टर तकनीकी के साथ-साथ बीबीएमबी में सदस्य पावर, पीएसईआरसी में सदस्य तकनीकी, मुख्य विद्युत निरीक्षक के पद भी रिक्त पड़े हैं। इस तरह आप कह सकते हैं कि पावरकॉम जो कि राज्य का सबसे महत्वपूर्ण विभाग है। इस तरह कह लो कि एक तरह पावरकॉम जो राज्य का सबसे अहम विभाग है इस समय भगवान के सहारे चल रहा है।
चार्जों से पावरकॉम को नहीं चलाया जा सकता
इंजीनियर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि चार्ज लेकर पावरकॉम को सही ढंग से नहीं चलाया जा सकता। नेताओं ने कहा कि इनमें से कई पद 6 महीने से खाली हैं और सीएमडी-सह-चेयरमैन का प्रभार भी बिजली सचिव को दे दिया गया है। एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वे पीएसपीसीएल, पीएसटीसीएल, पीएसईआरसी, सीईआई में इन प्रमुख पदों को तुरंत भरने के निर्देश दें। इसके अलावा बीबीएमबी में पंजाब कोटे का एक नियमित सदस्य भी नियुक्त किया जाए ताकि भविष्य में गर्मी व धान के सीजन में पंजाब को बिजली की कमी का सामना न करना पड़े।