भारत के हृदयस्थल पर विराजमान उत्तर प्रदेश की धार्मिक राजधानी तीर्थराज प्रयागराज की पावन धरती एवं गंगा-यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम तट के सेक्टर 07 में स्थित दिव्या कला प्रदर्शनी स्थल पर दिनांक 20 से 22 फरवरी 2025 तक राज्य आयुक्त दिव्यांगजन महासम्मेलन आयोजित किया गया। दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए नए संकल्प लेने हेतु उत्तर प्रदेश की धरती पर राज्य आयुक्तों का प्रथम सम्मेलन एवं सगंम अयोजित किया गया। इस सम्मलेन के दौरान महाकुंभ 2025 पर आधारित एक वृत्त चित्र का प्रदर्शन किया गया जिसमे दिव्यंजनो की भागीदारी एवं उनके लिए की गयी विशेष व्यवस्थाओ को दिखाया गया।
कार्यक्रम के संयोजक राज्य आयुक्त दिव्यांगजन उत्तर प्रदेश प्रो हिमांशु शेखर झा के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित हुआ भारत के सभी राज्य आयुक्त दिव्यांगजन का संगम एवं महासम्मेलन। इस अवसर पर भारत की राजनैतिक राजधानी दिल्ली से उत्तर प्रदेश की धार्मिक राजधानी प्रयागराज में पधारे समारोह के मुख्य समागत भारत सरकार के समाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के सचिव एवं मुख्य आयुक्त दिव्यांगजन श्री राजेश अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दिव्यांगजन समाज का वह अभिन्न अंग हैं, जिनके बिना किसी भी राष्ट्र की प्रगति अधूरी है। हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें उन सभी संसाधनों, अवसरों और सुविधाओं से सशक्त करें, जिनके वे हकदार हैं। भारत सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रही है और हमारा मुख्य आयुक्त दिव्यांगजन कार्यालय इसी उद्देश्य के साथ कार्य कर रहा है। इस अवसर पर मुख्य आयुक्त दिव्यांगजन भारत सरकार श्री राजेश अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश राज्य आयुक्त दिव्यांजन के वेब पोर्टल का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार माननीय श्री सुभाष चंद्र शर्मा जी कहा कि देश के विकास में दिव्यांगजनों की भूमिका हमेशा से रही है जब भी उन्हें अवसर मिला उन्होंने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है। ऋषि अष्टावक्र, मध्यकालीन संत सुकरात, वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग और जगतगुरु स्वामी भद्राचार्य इसके उदाहरण है। सामान्य नागरिक की तुलना में दिव्यांगजनों का प्रदर्शन हमेशा बेहतरीन रहता है।
इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक राज्य आयुक्त दिव्यांगजन उत्तर प्रदेश प्रो0 हिमाशु शेखर झा जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में पहली बार आज यहाँ सभी राज्य आयुक्तगणों का संगम हो रहा है। यह गर्व और हर्ष का विषय है कि हम यहाँ दिव्यांगजनों के सशाक्तीकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए नए संकल्प लेने हेतु एकत्र हुए हैं। हमारे देश की समृद्धि और विकास तभी संभव है जब समाज के हर वर्ग को समान अवसर और सुविधाएँ प्राप्त हों। आइए, इस पावन महाकुंभ के अवसर पर तीर्थराज प्रयाग की धरती में हम सब मिलकर एक समावेशी और सशक्त समाज के निर्माण का संकल्प लें, जहां दिव्यांगजन समान अवसरों के साथ आत्म निर्भर और सम्मानपूर्ण जीवन जी सकें।इस अवसर पर भारत के विभिन्न राज्यों से आये हुए राज्य आयुक्त दिव्यांगजन ,संयुक्त निदेशक दिव्यांगजन श्री अमित कुमार सिंह,उप निदेशक दिव्यांगजन डॉ अमित कुमार राय के साथ ही समाज कल्याण में लगे हुए विभिन्न समाजिक संगठनों उनके प्रतिनिधियों विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।