जयपुर में मंगलवार ही नहीं, शनिवार को भी चिकन-मटन की दुकानें नहीं खुलेंगी. इस संबंध में जयपुर हेरिटेज की मेयर कुसुम यादव ने आदेश जारी कर दिया है. अभी तक शहर में केवल मंगलवार को ही चिकन मटन की दुकानें बंद रहती थीं, लेकिन मेयर कुसुम का कहना है कि मंदिरों के रास्ते में खुली इन दुकानों की वजह से भक्तों की भावनाएं आहत होती हैं. उनके इस फैसले के बाद जयपुर में चिकन-मटन की दुकानों के खुलने के दिन सप्ताह में केवल पांच रह गए हैं.
जयपुर हेरिटेज की मेयर कुसुम यादव के मुताबिक यह फैसला बहुसंख्यक हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. उन्होंने कहा कि मंदिरों और स्कूलों के पास इस तरह की एक्टिविटी गलत है. चूंकि मंगलवार और शनिवार का दिन हिन्दू धर्म के मानने वालों के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है. इसलिए चिकन और मटन की दुकानें मंगलवार ही नहीं शनिवार को भी बंद रहनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पूरा शहर मंदिरों से घिरा हुआ है. इसी लिए इसे छोटी काशी भी कहा जाता है. इसे ध्यान में रखते हुए पूरे शहर में इन दुकानों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि केवल मंदिर ही नहीं, मस्जिदों के आसपास में स्थित मीट की दुकानों को लेकर बहुत शिकायतें आ रही हैं. इन्हीं शिकायतों को ध्यान में रखते हुए पिछले दिनों चांदपोल बाजार में मीट की दुकानों के खिलाफ अभियान चलाया गया था. मेयर कुसुम यादव ने कहा कि अब शहर में अवैध स्लॉटरिंग और अवैध मीट की दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कहा कि शहर में चिकन मटन का धंधा करना है तो मानकों का पालन करना ही होगा.मेयर के मुताबिक चिकन मटन की दुकानों के लिए कामर्शियल पट्टा लेना होगा. पट्टा देते समय यह देखा जाएगा कि इस तरह की दुकानें किसी धार्मिक स्थल, स्कूल या अस्पताल के 100 मी. के दायरे में तो नहीं है. इसी प्रकार शहर में मीट की थड़ी लगाने वालों पर भी कार्रवाई की जा रही है. अभी हाल ही में ग्रेटर निगम क्षेत्र में बिना लाइसेंस संचालित 22 अवैध थड़ियों-दुकानों को सीज किया गया था. अब हेरिटेज निगम क्षेत्र में 30 दुकानों को सीज किया गया है.