बिहार विधान परिषद के अंदर गुरुवार को जमकर हंगामा और बवाल देखने को मिला है. नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बीच सीधी भिड़ंत हो गई. दोनों के बीच तीखी बहस काफी देर के बाद किसी तरीके से शांत हुआ. इस दौरान अशोक चौधरी ने राबड़ी ने कहा कि आपके शासनकाल में फिरौती मांगी जाती थी. मंत्री ने कहा कि हमारे बेटे का भी उनके शासन काल में अपहरण हुआ.
दरअसल, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता राबड़ी देवी किसी हत्या के मामले में जांच के लिए बोल रही थीं. इसी दौरान जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोलकर बैठ गए तो हंगामा ज्यादा होने लगा. इसी बीच मंत्री अशोक चौधरी खड़े हुए और राजद (RJD) के शासनकाल को लेकर गंभीर आरोप लगाने लगे. उन्होंने कहा कि, ‘आपके राज में क्या था आपके शासनकाल में हत्या होती थी, फिरौती मांगी जाती थी. फिर क्या था राबड़ी देवी भी चुप नहीं रही और हंगामा बढ़ता रहा.
अशोक चौधरी ने लगाए गंभीर आरोप
अशोक चौधरी ने कहा, ‘आपके शासनकाल में हत्या और फिरौती आम बात थी. मेरे बेटे का भी अपहरण हुआ था.’ इसके जवाब में राबड़ी देवी ने भी तीखा पलटवार किया. देखते ही देखते सदन में माहौल गर्म हो गया और दोनों नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई. राबड़ी देवी ने अशोक चौधरी पर जवाबी हमला करते हुए कहा, ‘तुम भी कमीशन खाते हो’. उनके इस बयान के बाद सदन में भारी शोर-शराबा होने लगा. पक्ष और विपक्ष के सदस्य आपस में उलझ गए, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हो गई.
विजय चौधरी ने किया हस्तक्षेप
इस दौरान मंत्री विजय चौधरी ने भी मामले में हस्तक्षेप किया. उन्होंने कहा, ‘अगर ‘चमचागिरी’ शब्द का इस्तेमाल किया गया है, तो इस पर निश्चित रूप से संज्ञान लिया जाना चाहिए, चाहे वह कोई भी हो.’ लगभग आधे घंटे तक चले हंगामे के बाद स्थिति को किसी तरह नियंत्रित किया गया. हालांकि, इस घटना ने बिहार की राजनीति में एक बार फिर से गर्माहट ला दी है.