अयोध्या, काशी के बाद मथुरा की बारी… बांके बिहारी से कनेक्ट होगी 6 लेन सड़क, सोना बन जाएगी 923 गांवों की जमीन
उत्तर प्रदेश सरकार ने यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के फेज-2 मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी है. इससे ब्रज क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी. फेज-2 में आगरा, मथुरा, अलीगढ़ और हाथरस जिलों के 923 गांवों को शामिल किया गया है. यमुना एक्सप्रेस-वे से बांके बिहारी जी के मंदिर को 6 लेन एक्सप्रेस-वे से जोड़ने और उसके दोनों ओर हेरिटेज कॉरिडोर बनाने की योजना भी शामिल है. इसके तहत राया के निकट एक नया शहर बसाया जाएगा.
फेज-2 के मास्टर प्लान के लिए यमुना प्राधिकरण ने प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा था, जिसको प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास ने मंजूरी दे दी. इसका एक पत्र प्राधिकरण की भेज दिया गया है.फेज-2 में आगरा अर्बन एरिया 12200 हेक्टेयर, टप्पल अर्बन एरिया 11104 हेक्टेयर और राया अर्बन एरिया 11653.76 हेक्टेयर में है. इस योजना के तहत हेरिटेज सिटी पर भी काम होगा. प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद जमीन अधिग्रहण समेत अन्य काम शुरू होंगे.
हेरिटेज सिटी का रास्ता हुआ साफ
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के फेज-2 मास्टर प्लान को मंजूरी मिलने के बाद सबसे ज्यादा हेरिटेज सिटी का रास्ता साफ हुआ है. इसे राया के आसपास बसाया जाएगा.हेरिटेज सिटी में थीम आधारिक हेरिटेज पार्क बनेगा, जो करीब 350 एकड़ में होगा. यहां योग और वेलनेस सेंटर, प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र (Naturopathy Center) 103 एकड़ में बनाया जाएगा. इसके अलावा 97 एकड़ में हरित क्षेत्र, 46 एकड़ में पर्यटक परिवहन सुविधाएं, 42 एकड़ में कंवेंशन सेंटर, 35 एकड़ में आयुर्वेद केंद्र, 26.60 एकड़ में होटल, 19.60 एकड़ में बजट होटल, 10 एकड़ वृद्धाश्रम, 7 एकड़ में सर्विस अपार्टमेंट और 6 एकड़ में हाट, दुकान बनाई जाएंगी.
चार जिलों के 923 गांव शामिल
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के फेज-2 मास्टर प्लान में एनएच 44 से बांके बिहारी मंदिर तक यमुना एक्सप्रेस वे को जोड़ते हुए मार्ग के दोनों ओर 753 हेक्टेयर में हेरिटेज सिटी बसाई जाएगी. फेज-2 में आगरा, मथुरा, हाथरस और अलीगढ़ जिले के 923 गांव शामिल किए गए हैं. इनमें आगरा के सबसे कम 58 गांव हैं. सबसे ज्यादा 415 गांव मथुरा के हैं. हाथरस जिले के 358 और अलीगढ़ जिले के 92 गांव शामिल हैं.