भारतीय जनता पार्टी में संगठन के चुनाव चल रहे हैं. हाल ही में यूपी समेत कई राज्यों में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति हुई है. इसी तरह से प्रदेश स्तर और फिर राष्ट्रीय स्तर पर भी पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव होना है. कई राज्यों में संगठन के चुनाव हो भी चुके हैं इस महीने के अंत में या फिर अगले महीने बीजेपी को नया अध्यक्ष मिलने की संभावना है. अध्यक्ष पद को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और बीजेपी के बीच खटास की खबरें भी सामने आई थी. हालांकि, अब इस मुद्दे पर संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार का बड़ा बयान सामने आया है. अरुण कुमार ने संघ और बीजेपी के बीच तनाव के मुद्दे को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा बीजेपी से संघ के रिश्तों में कोई खटास नहीं है और राष्ट्र की तरक्की के लिए आज भी पूर्ववत मिलकर काम करते हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी पर अरुण कुमार ने कहा कि उनकी चुनावी अपनी प्रक्रिया है और उसका पालन करते हुए बीजेपी जिला और प्रदेशों के अध्यक्ष चुनाव करा रही है. अरुण कुमार से जब पूछा गया कि माना जा रहा है कि बीजेपी अध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी का कारण ये है कि संघ और बीजेपी में आपस में ठन गई है. इस पर उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवक 32 संगठनों में काम करते हैं. हर संगठन अपने काम के लिए स्वयं में स्वतंत्र और स्वायत्त है और उनकी अपनी निर्वाचन प्रक्रिया भी है. सभी संगठनों द्वारा अपने सदस्य बनाने की प्रक्रिया है. वो अपने हिसाब से मंडल स्तर से लेकर टॉप लेवल तक का चुनाव करते हैं. किसी भी संगठन में अध्यक्ष चुनाव के लिए संघ से कोई समन्वय नहीं किया जाता.
संघ की RSS से कोई ठनी हुई नहीं है, बोले अरुण कुमार
अध्यक्ष उम्मीदवार पर संघ और बीजेपी नेताओं में आपसी सहमति नहीं होने के मुद्दे पर अरुण कुमार ने कहा कि ये पक्का मान कर चलिए कि हमारी बीजेपी से कोई ठनी हुई नहीं है. हम समाज और देश के लिए मिलकर काम करते हैं. हम आज भी आपसी विश्वास और सम्बन्ध के आधार पर काम करते हैं. बाकी उनकी प्रक्रिया चल रही है. उनके यहां चुनाव की प्रक्रिया चल रही है जिला और प्रदेशों के अध्यक्ष का चुनाव हो रहा है. कुछ दिन धैर्य रखिए आपको परिणाम सामने आ जाएगा.उन्होंने ये भी कहा कि हमारे आनुषंगिक संगठनों के निर्णय उनके स्वयं के द्वारा स्वतंत्र रूप से लिया जाता है.
प्रचारक नहीं भेजे जाने के मुद्दे पर क्या बोले अरुण कुमार?
बीजेपी में संगठन मंत्री के तौर पर प्रचारक नहीं भेजे जाने के मुद्दे पर संघ का कहना है जरूरत और सुविधा के आधार पर संघ अपने अनुषांगिक संगठनों में संगठन मंत्री भेजता है लेकिन इसके उलट आज भी कई संस्थाएं हैं जहां आरएसएस प्रचारक नहीं भेज पाता.
बहरहाल आरएसएस प्रतिनिधि सभा बैठक के दूसरे दिन बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन मंत्री बीएल संतोष दोनों ही एक साथ संघ नेताओं के सामने हैं. मुख्य बैठक से अलग आज शाम में संघ अधिकारियों के साथ कोर ग्रुप बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव पर अपडेट देंगे. अध्यक्ष चुनाव में हो रही देरी के कारण और नियुक्ति के लिए टाइम फ्रेम पर बात होने की संभावना है. वैसे बीजेपी के एक साल के कामकाज की रिपोर्टिंग कल यानी रविवार को होगी.