ब्रेकिंग
AIMIM का बिहार में बढ़ता दखल! विधानसभा चुनाव के लिए जारी की एक और लिस्ट, अब तक उतारे गए इतने उम्मीदव... मोहन भागवत का बड़ा बयान: 'दुनिया विनाश की तरफ जा रही है', बोले- 'मगर समाधान का रास्ता सिर्फ हमारे पा... कर्तव्य पथ पर दिखा अलौकिक दृश्य! दीपों की रोशनी से जगमग हुआ पूरा इलाका, CM रेखा गुप्ता बोलीं- 'यह आस... JNU में छात्रों पर लाठीचार्ज? प्रदर्शन के बाद अध्यक्ष समेत 6 छात्रों के खिलाफ FIR, लगे हाथापाई और अभ... लापरवाही की हद! नसबंदी कराने आई 4 बच्चों की मां को डॉक्टर ने लगाया इंजेक्शन, कुछ ही देर में हो गई मौ... निकाह के 48 घंटे बाद ही मौत का रहस्य! सऊदी से लौटे युवक की लटकी लाश मिली, परिजनों का सीधा आरोप- 'यह ... साध्वी प्रज्ञा के विवादित बोल: लव जिहाद पर भड़कीं, बोलीं- 'बेटी को समझाओ, न माने तो टांगें तोड़कर घर... दिवाली पर किसानों की हुई 'धनवर्षा'! CM मोहन यादव ने बटन दबाकर ट्रांसफर किए ₹265 करोड़ रुपये, बंपर सौ... नॉनवेज बिरयानी पर खून-खराबा! ऑर्डर में गलती होने पर रेस्टोरेंट मालिक को मारी गोली, मौके पर मौत से हड... विवादित बोल पर पलटे गिरिराज सिंह? 'नमक हराम' बयान पर सफाई में बोले- 'जो सरकार का उपकार नहीं मानते, म...
मध्यप्रदेश

अगले सत्र से 10 वीं बोर्ड से बेस्ट आफ फाइव योजना होगी खत्म गणित में होंगे दो विकल्प

भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10 वीं बोर्ड से बेस्ट आफ फाइव योजना अगले सत्र से समाप्त हो जाएगी। शासन को मंडल ने इस संबंध में प्रस्ताव भेजा था। जहां से मंजूरी मिलने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने गुरुवार को इसके आदेश जारी कर दिए हैं। नौंवी कक्षा में इस योजना को इसी सत्र से समाप्त कर दिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए कुछ नए बदलाव इस सत्र से और अगले सत्र से किए हैं।

स्कूल शिक्षा विभाग ने निर्देश दिए गए हैं कि 10 वीं में बेस्ट आफ फाइव योजना को सत्र 2024-25 से समाप्त किया जाता है, जबकि नौवीं में इस सत्र से योजना समाप्त हो जाएगी। वहीं इस सत्र से गणित विषय में दो स्तर के विकल्प विद्यार्थियों के लिए होंगे। विद्यार्थी सामान्य गणित एवं उच्च गणित ले सकेंगे। इस योजना को खत्म करने के पीछे मंडल ने विशेषज्ञों की बैठक कर पांच से छह साल के 10 वीं के परिणाम का आकलन कर इसे खत्म करने का निर्णय लिया है। इसमें पाया कि इस योजना के कारण 10 वीं के विद्यार्थी मुख्य विषय अंग्रेजी, गणित व विज्ञान में पीछे हो रहे थे। इसके अलावा इस सत्र से नौवीं व दसवीं में सतत व्यापक मूल्यांकन प्रक्रिया भी लागू किया जा रहा है। बता दें,कि हर साल 10 वीं में करीब डेढ़ से दो लाख विद्यार्थी अंग्रेजी, गणित व विज्ञान जैसे मुख्य विषय में फेल हो रहे थे। मंडल की 10 वीं की परीक्षा में हर साल प्रदेश से करीब 10 लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं।

2017-18 में लागू हुई थी बेस्ट आफ फाइव योजना

बेस्ट आफ फाइव योजना को 10वीं के परिणाम में सुधार करने के लिए 2017-18 में लागू किया गया था। इस योजना के तहत अगर विद्यार्थी छह विषयों में से पांच विषय में पास हो जाता है और एक विषय में फेल होता है तो भी उसे पास घोषित किया जाता था। इसमें सर्वाधिक अंकों वाले पांच विषयों के नंबर जोड़कर परिणाम घोषित किया जाता था, जबकि सबसे कम अंक आने वाले छठवें विषय को रिजल्ट में शामिल नहीं किया जाता था।

डीपीआइ ने भी 2020 में लिखा था पत्र

माशिमं को 2020 में लोक शिक्षण संचालनालय(डीपीआइ) ने भी पत्र लिखकर इस योजना को समाप्त करने के बारे में कहा था। तब से इस योजना को समाप्त करने की प्रक्रिया चल रही थी

मुख्य विषयों में दो लाख से अधिक विद्यार्थी योजना की बैसाखी पर

10 वीं के छह विषयों के परिणाम में गणित, विज्ञान व अंग्रेजी में सबसे ज्यादा विद्यार्थी फेल हुए है। 10वीं की अंग्रेजी में दो लाख 66 हजार विद्यार्थी फेल हुए थे। गणित में दो लाख 17 हजार और विज्ञान में दो लाख 28 हजार विद्यार्थी फेल थे। इन विषयों में बेस्ट आफ फाइव योजना के तहत पास किया गया था।

वर्जन

– इस सत्र में नौवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा से बेस्ट आफ फाइव को समाप्त किया जा रहा है। सत्र 2024-25 से 10 वीं में इस योजना समाप्त कर दिया जाएगा। इस योजना के कारण विद्यार्थी अंग्रेजी, गणित व विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषयों में फेल हो रहे थे। इस कारण इसे समाप्त किया जा रहा है। साथ ही गणित में सामान्य व गणित दो विकल्प भी लागू होंगे।

प्रो. रमा मिश्रा,उपाध्यक्ष, माशिमं

Related Articles

Back to top button